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2024 के चुनावों से पहले BJP की तैयारी, पश्चिमी UP में शुरू किया अभियान

वेस्ट यूपी में 30,000 बूथ हैं. सरकारी कार्यक्रमों से लाभान्वित होने वालों से इनपुट प्राप्त करने के लिए उन्हें सशक्त बनाने के लिए भाजपा की रणनीति के तहत जन प्रतिनिधियों को 100 बूथों पर जाने का काम सौंपा गया है. 

Updated on: 12 Aug 2022, 07:30 PM

दिल्ली:

बीजेपी (BJP) ने वर्ष 2024 में आम चुनाव से पहले पश्चिम उत्तर प्रदेश (Western UP) में अपना चुनाव पूर्व अभियान शुरू कर दिया है. भगवा पार्टी (BJP) ने अपना अभियान निर्धारित समय से पहले शुरू किया क्योंकि उसने 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान पश्चिम यूपी में खराब प्रदर्शन किया था. पार्टी ने वर्ष 2019 के चुनावों की तैयारी के लिए पश्चिमी यूपी में जिन 4,750 शक्ति केंद्रों की स्थापना की, वे ही इसका एकमात्र जोर हैं. पश्चिमी यूपी में 4,750 सेक्टर और 330 मंडल हैं. कुल 4,750 और शक्ति केंद्रों ने अधिक कार्यकर्ताओं के लिए पहुंच बढ़ा दी है. वेस्ट यूपी में 30,000 बूथ हैं. सरकारी कार्यक्रमों से लाभान्वित होने वालों से इनपुट प्राप्त करने के लिए उन्हें सशक्त बनाने के लिए भाजपा की रणनीति के तहत जन प्रतिनिधियों को 100 बूथों पर जाने का काम सौंपा गया है. 

PM मोदी के मन की बात के आयोजन के माध्यम से सरकारी पहलों पर प्रतिक्रिया एकत्र करना और आम जनता के साथ बातचीत करना मतदाताओं को जीतने के लिए पार्टी के प्रयासों के लिए शक्ति केंद्र महत्वपूर्ण रहे हैं. बीजेपी केन्द्रों के माध्यम से किसानों, युवाओं और महिलाओं पर विशेष ध्यान दे रही है. हाल ही में युवा मोर्चा ने आगरा में तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया और किसान मोर्चा ने मेरठ क्षेत्र के हस्तिनापुर में तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, संगठन में बनाए गए सेक्टरों को सत्ता केंद्रों का दर्जा देकर उनकी देखरेख की जिम्मेदारी वरिष्ठ सदस्यों और पदाधिकारियों को दी गई है. वर्ष 2024 की सूक्ष्म योजना के अनुसार, अब मंडल स्तर की बजाय सेक्टर स्तर पर सभी गतिविधियां पूरी की जा रही हैं.  कुछ समय पहले तक अंतिम कार्यकर्ता तक पहुंचने के लिए डिविजनल स्तर को सक्रिय रखा जाता था. 

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वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) पश्चिम यूपी की सहारनपुर, बिजनौर, नगीना, अमरोहा, संभल, मुरादाबाद और रामपुर की सीटों से हार गई थी. पार्टी को 2022 के विधानसभा चुनावों में भी रामपुर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, सहारनपुर और मेरठ जैसे जिलों में कई सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था. इसलिए अब वह खोई हुई सीटों पर ध्यान दे रही है. इसके अतिरिक्त, आजमगढ़ और रामपुर में लोकसभा सीटों के लिए उपचुनाव जीतने के बाद भाजपा पूरी तरह जोश में है.