logo-image

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बोले- लगता नहीं कोई तीसरा या चौथा मोर्चा बीजेपी को चुनौती दे सकेगा

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ तीसरे मोर्चे के गठन की अटकलों के बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने बड़ा बयान दिया है.

Updated on: 22 Jun 2021, 08:53 AM

highlights

  • शरद पवार से मिले प्रशांत किशोर
  • 10 दिन में दोनों की दूसरी मुलाकात
  • तीसरे मोर्चे को लेकर दिया बयान

नई दिल्ली:

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ तीसरे मोर्चे के गठन की अटकलों के बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने बड़ा बयान दिया है. प्रशांत किशोर ने अगले लोकसभा चुनाव में किसी तीसरे या चौथे फ्रंट द्वारा बीजेपी को हराने की संभावना को खारिज किया है. उन्होंने कहा है कि यह लगता नहीं है कि तीसरा या चौथा मोर्चा बीजेपी को चुनौती दे पाएगा. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने उन दावों को भी खारिज किया, जिनमें कहा गया कि अगले आम चुनावों में बीजेपी से मुकाबला करने के लिए वह विपक्ष का साथ देंगे.

यह भी पढ़ें : जानें क्यों ममता बनर्जी के गले की फांस बना नारदा घोटाला, जानें क्या है मामला 

अंग्रेजी समाचार चैनल एनडीटीवी से बातचीत में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मुझे नहीं लगता है कि तीसरा या चौथा मोर्चा सफलतापूर्वक बीजेपी को चुनौती दे सकेगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी को कोई तीसरा-चौथा मोर्चा मुकाबला दे पाए, ये मुश्किल ही लगता है. किशोर ने कहा कि  तीसरा मोर्चा 'जांचा-परखा' हुआ है और यह मौजूदा राजनातिक परिदृश्य में फिट नहीं बैठता. किशोर का मानना है कि तीसरे मोर्चे का मॉडल पुराना है और मौजूदा राजनीतिक वातावरण के हिसाब से सही नहीं है. आपको बता दें कि प्रशांत किशोर का यह बयान शरद पवार से मुलाकात के बाद आया.

दरअसल, सोमवार को शरद पवार ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से दस दिनों में दूसरी बार मुलाकात की. 11 जून को पुणे में दोनों के बीच मुलाकात हुई थी और फिर 21 जून यानी सोमवार को पवार और किशोर दिल्ली में मिले. यह मुलाकात मंगलवार को होने वाली राष्ट्र मंच की बैठक से ठीक पहले हुई तो इसके सियासी मायने भी निकाले गए. चर्चा हुईं कि किशोर-पवार की मुलाकात अगले आम चुनावों के मद्देनजर और समान विचारधारा वाली पार्टियों को एकजुट करने के उद्देश्य से बड़ी योजना का हिस्सा हो सकती है. यानी इस मुलाकात के पीछे तीसरा मोर्चा ही है.

यह भी पढ़ें : मिशन 2024: शरद पवार के घर आज विपक्षी नेताओं लगेगा जमावड़ा, जानिए आखिर क्या पक रही सियासी खिचड़ी?

हालांकि प्रशांत किशोर ने ऐसी अकटलों को खारिज कर दिया. मुलाकातों पर प्रशांत किशोर ने कहा कि दोनों लोग एक-दूसरे को बेहतर से जानने के लिए मिल रहे हैं. मुलाकातों के दौरान दोनों ने गहन राजनीतिक चर्चा की, जैसे कि हर राज्य में बीजेपी के खिलाफ लड़ने की संभावनओं पर बात करना. इस दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि बातचीत में फिलहाल तीसरा मोर्चा शामिल नहीं है.