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प्रशांत किशोर के बदले सुर, कहा-पीएम बन सकते हैं राहुल गांधी  

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि बिना कांग्रेस मजबूत विपक्ष संभव नहीं। भाजपा 2017 के मुकाबले 2022 में उत्तर प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन करेगी.

Updated on: 16 Dec 2021, 01:24 PM

highlights

  • कहा कि वे बिहार के सीएम नीतिश कुमार के साथ दोबारा काम करने की इच्छा रखते हैं
  • प्रशांत किशोर सितंबर 2018 में जेडीयू से जुड़े थे
  • कुछ ही समय के बाद उन्होंने पार्टी और राजनीति से इस्तीफा दे दिया

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के साथ काम कर रहे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के सुर पार्टी लाइन के खिलाफ होते जा रहे हैं. हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा है कि कांग्रेस के बिना मजबूत विपक्ष की संभावना कम है. वहीं एक सवाल के जवाब में कहा कि भाजपा 2017 के मुकाबले 2022 में उत्तर प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन करेगी. एक चैनल को दिए साक्षात्कार के दौरान उन्होंने कहा कि वे बिहार के सीएम नीतिश कुमार के साथ दोबारा काम करने की इच्छा रखते हैं. 

मीडिया से बातचीत में रैपिड फायर राउंड के दौरान प्रशांत किशोर से कई सवाल किए गए, जिनके उन्होंने अपने हिसाब से जवाब दिए. इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि ऐसा कौन सा नेता है, जिनके साथ वह दोबारा काम करना चाहेंगे, तो उन्होंने नीतिश कुमार का नाम लिया. इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी नीतीश से बातचीत होती है, तो उनका जवाब था, 'बातचीत तो उनकी होती ही रहती है.' गौरतलब है कि  प्रशांत किशोर सितंबर 2018 में जेडीयू से जुड़े थे. मगर कुछ समय के बाद ही उन्होंने अपने आपको पार्टी से अलग कर लिया. कुछ ही समय के बाद उन्होंने पार्टी और राजनीति से इस्तीफा दे दिया.

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इस दौरान प्रशांत किशोर से पूछा गया कि ऐसा कौन सा नेता है, जिनके साथ वह कभी काम नहीं करना चाहेंगे. इस सवाल के लिए उन्हें राहुल गांधी, अमरिंदर सिंह, नीतीश कुमार और ममता बनर्जी के नाम का विकल्प दिया गया. प्रशांत किशोर ने इसके जवाब में अमरिंदर सिंह का नाम लिया.  

राहुल गांधी पीएम बन सकते हैं या नहीं, इस सवाल पर किशोर ने जवाब में कहा कि वह पीएम बन सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी गांधी परिवार के बिना भी चल सकती है. प्रशांत किशोर से पूछा गया कि क्या गांधी परिवार कांग्रेस को गैर-गांधी नेता के नेतृत्व में चलने देगा, तो उन्होंने जवाब हां में दिया. हालांकि, उन्होंने अपने जवाब में यह भी जोड़ा कि अगर कांग्रेस के अन्य नेता ऐसा चाहें तो यह हो सकता है.