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प्रशांत किशोर बोले- भाजपा दशकों तक रहेगी मजबूत, राहुल गांधी को पीएम मोदी की ताकत को समझना होगा

कांग्रेस में जाने की अटकलों के बीच राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक सभा में भाजपा को मजबूत ताकत बताया है. किशोर ने कहा ‘भाजपा को हराने के लिए कई दशकों तक लड़ना होगा.'

Updated on: 28 Oct 2021, 12:00 PM

highlights

  • राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक सभा में भाजपा को मजबूत ताकत बताया है
  • किशोर ने कहा कि भाजपा को हराने के लिए दशकों तक लड़ना होगा

नई दिल्ली:

कांग्रेस में जाने की अटकलों के बीच राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक सभा में भाजपा को मजबूत ताकत बताया है. किशोर ने कहा ‘भाजपा को हराने के लिए कई दशकों तक लड़ना होगा। जिस तरह से 40 साल पहले तक कांग्रेस सत्ता का केंद्र रही, उसी तरह भाजपा भी हारे या जीते, वह सत्ता का केंद्र बनी रहेगी. एक बार जब कोई राष्ट्रीय स्तर पर 30 फीसदी वोट हासिल कर लेता है तो इतनी जल्दी राजनीतिक तस्वीर नहीं बदल सकती.’ गोवा संग्रहालय में किशोर ने कहा कि ‘इस जाल में बिल्कुल मत फंसिए कि लोग मोदी (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) से खफा हैं और उन्हें सत्ता से बाहर कर देंगे. हो सकता है लोग मोदी को सत्ता से हटा दें, मगर भाजपा कहीं नहीं जा रही है.आपको इससे अगले कई दशकों तक लड़ना होगा.’

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मोदी को काउंटर नहीं कर पाएंगे

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार किशोर ने कहा, ‘इस मामले में राहुल गांधी के साथ दिक्कत है. शायद उन्हें लगता है कि बस कुछ समय में लोग उन्हें (नरेंद्र मोदी) सत्ता से हटा देंगे लेकिन ऐसा नहीं होगा.’ किशोर के अनुसार ‘जब तक आप मोदी की ताकत का अंदाजा न लगा लें, आप उन्हें हराने के लिए कभी भी काउंटर नहीं कर सकेंगे.अधिकतर लोग उनकी ताकत को समझने में समय नहीं लगा रहे हैं. जब तक आप यह न समझ जाएं कि ऐसी कौन सी बाते हैं जो उन्हें लोकप्रिय बना रही है तब तक आप उनको काउंटर नहीं कर पाएंगे.’

कांग्रेस के नेताओं की समझ कम: किशोर 

किशोर का कहना कि जब किसी भी कांग्रेस नेता या किसी भी क्षेत्रीय नेता बात करते हैं तो वे कहेंगे,बस कुछ समय की बात है. लोग इनसे नाराज हैं.सत्ता विरोधी लहर आएगी और लोग भाजपा को सत्ता से बाहर कर देंगे मगर उन्हें ऐसा नहीं लगता है. किशोर के अनुसार,‘वोटर बेस को देखा जाए तो लड़ाई एक-तिहाई और दो-तिहाई के बीच है. केवल एक तिहाई लोग भाजपा को वोट कर रहे हैं, या भाजपा का समर्थन करने की इच्छा रखते हैं. मगर समस्या ये है कि दो-तिहाई हिस्सा काफी बिखरा हुआ है। यह 10, 12 या 15 राजनीतिक दलों में बंटा है. इस कारण कांग्रेस का पतन हो रहा है. कांग्रेस का समर्थन लगातार कम हो रहा है. 65 प्रतिशत जनाधार बिखर गया है.’