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PK कांग्रेस में शामिल होंगे या नहीं... KCR संग मुलाकात से उपजा सवाल

अब केसीआर से मुलाकात ने कांग्रेस के भीतर पीके की विरोधी लॉबी को और मुखर होने का अवसर दे दिया है. तेलंगाना के प्रभारी मणिकम टैगोर ने बगैर नाम लिए ट्वीट किया है.

Updated on: 25 Apr 2022, 07:49 AM

highlights

  • प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की तेज हैं अटकलें
  • अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री से मुलाकात ने बनाया असमंजस
  • कई कांग्रेसी चाहते हैं कि पीके अन्य दलों से पहले बनाएं दूरी

नई दिल्ली:

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हैं. माना जा रहा है कि कांग्रेस (Congress) की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) इस मसले पर अंतिम फैसला जल्द करने वाली हैं. हालांकि यह भी सुनने में आ रहा है कि कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने दो-टूक कहा है कि कांग्रेस में शामिल होने से पहले पीके को अन्य राजनीतिक दलों से दूरी बनानी होगी. ऐसे में प्रशांत किशोर की तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) से मुलाकात ने कांग्रेस के भीतर ही पीके के खिलाफ बोलने वालों को एक मौका और उपलब्ध करा दिया है. तेलंगाना में कांग्रेस प्रभारी मणिकम टैगोर के ट्वीट ने प्रशांत किशोर की खिलाफत कर रहे कांग्रेसियों को एक अवसर दे दिया है.

तेलंगाना के कांग्रेस प्रभारी ने ट्वीट कर दिए संकेत
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ने जब सोनिया गांधी से मुलाकात कर लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रजेंटेशन दिया था, तब भी कांग्रेस के असंतुष्ट खेमे जी-23 समूह से विरोध की आवाजें उठी थी. तब भी यही कहा गया था कि प्रशांत किशोर जमीनी नेता नहीं है और उनसे कांग्रेस को कोई लाभ मिलने वाला नहीं है. चुनावी रणनीति तो ठीक है, लेकिन उन्हें कांग्रेस में शामिल कर बड़ी जिम्मेदारी देने की जरूरत पर कई सवाल भी उठे थे. ऐसे में अब केसीआर से मुलाकात ने कांग्रेस के भीतर पीके की विरोधी लॉबी को और मुखर होने का अवसर दे दिया है. तेलंगाना के प्रभारी मणिकम टैगोर ने बगैर नाम लिए ट्वीट किया है. इस ट्वीट में लिखा है कि कभी ऐसे शख्स का भरोसा मत करो जो आपके दुश्मन का दोस्त हो. इस ट्वीट को प्रशांत से जोड़कर देखा जा रहा है. 

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कांग्रेस में शामिल होने के सवाल पर अब संशय
यहां यह जानना भी दिलचस्प रहेगा कि किशोर अन्य राजनीतिक दलों से दूरी बनाने की कांग्रेस में शामिल होने की शर्त रखी गई है. इस कड़ी में यह चर्चाएं भी हैं कि प्रशांत किशोर की आईपीएसी ने तेलंगाना में टीआरएस के साथ काम करने का मन बना लिया है. जाहिर है ऐसे में पीके के कांग्रेस में जाने पर सवालिया निशान लग गया है. किशोर इससे पहले पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस, आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस समेत कई दलों के साथ काम कर चुके हैं.