Pranab Mukherjee Dies : प्रणब मुखर्जी की बहुत खास थी उनकी लाल डायरी, जताई थी ये दिली ख्वाहिश
प्रणब मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति थे. उनका कार्यकाल 2012 से 2017 तक रहा. वहीं इससे पहले वे 60 सालों तक राजनीति में एक्टिव रहे. वे कांग्रेस के संकटमोचक थे. 2019 में उनको सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था.
नई दिल्ली:
Pranab Mukherjee Dies : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार सेना के सबसे बड़े अस्पताल R&R में निधन हो गया है. काफी दिनों वे बीमारी चल रहे थे. प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने उनके निधन की जानकारी ट्वीट कर दी है. आपको बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का स्वास्थ्य सोमवार को और खराब हो गया था, क्योंकि फेफड़े में संक्रमण की वजह से उन्हें सेप्टिक शॉक लगा था. सेप्टिक शॉक एक ऐसी गंभीर स्थिति है, जिसमें रक्तचाप काम करना बंद कर देता है और शरीर के अंग पर्याप्त ऑक्सीजन प्राप्त करने में विफल हो जाते हैं.
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पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए थे और हाल ही में उनकी ब्रेन सर्जरी की गई थी. प्रणब मुखर्जी साल 2012 देश के राष्ट्रपति बने थे, 2017 तक वो राष्ट्रपति रहे. उन्हें साल 2019 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को खराब स्वास्थ्य की वजह से 10 अगस्त को दिल्ली के RR अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद उनके मस्तिष्क में खून का थक्का जमने के बाद सर्जरी की गई थी.
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प्रणब मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति थे. उनका कार्यकाल 2012 से 2017 तक रहा. वहीं इससे पहले वे 60 सालों तक राजनीति में एक्टिव रहे. वे कांग्रेस के संकटमोचक थे. 2019 में उनको सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था. भारत रत्न प्रणब मुखर्जी को डायरी लिखने का भी बहुत शौक था. वे अपने पास एक खास तरह की लाल डायरी रखते थे. आइए जानते हैं प्रणब दा की कुछ खास और अनकही बातें.
प्रणब की खास लाल डायरी
- प्रणब मुखर्जी को डायरी लिखने का भी शौक था.
- प्रणब की सबसे प्यारी चीजों में उनकी एक खास लाल डायरी थी.
- प्रणब अपनी रोजाना की बातों को इसी खास लाल डायरी में लिखते रहे.
- आधी रात के बाद वे अपनी डायरी में रोजनामचा लिखते थे.
- प्रणब 40 सालों से लगातार डायरी लिख रहे थे.
- उनकी ख्वाहिश थी की इस डायरी को उनकी मौत के बाद ही प्रकाशित किया जाए.
देर रात तक काम करते थे
- प्रणब अक्सर देर रात तक काम करते थे.
- रात डेढ़ बजे स्नान करते थे.
- स्नान के बाद रात का खाना खाते थे.
- खाने में चावल, दाल, आलू पोस्तो और मछली शामिल होती थी.
- सुबह में वे जल्दी उठ जाते थे.
- चार किलोमीटर तक मार्निंग वॉक करते थे.
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