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सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय IIT-बॉम्बे की मदद से गेमिंग सेंटर बनाएगा

दुनिया में भारतीय खिलौनों का डंका बजाने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एक बड़ी पहल की है. आईआईटी-बॉम्बे के सहयोग से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय गेमिंग सेंटर बनाने जा रहा है.

Updated on: 28 Feb 2021, 10:02 PM

नई दिल्ली:

दुनिया में भारतीय खिलौनों का डंका बजाने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एक बड़ी पहल की है. आईआईटी-बॉम्बे के सहयोग से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय गेमिंग सेंटर बनाने जा रहा है. यह सेंटर खेलों के विकास के लिए कई अहम योजनाओं और कोर्स का संचालन करेगा. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने रविवार को एक गेम डिजाइनिंग कम्पिटीशन के प्रतिभागियों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए यह अहम जानकारी दी है. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि भारत खेलों का एक ऐतिहासिक केंद्र है. भारत को एक प्रमुख खिलौना निर्माता बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प उनकी दूरदृष्टि का परिचायक है. उनके इस सपने को हर भारतीय नागरिक साकार करेगा. 

प्रकाश जावडेकर ने बताया कि इसी सिलसिले में आईआईटी बॉम्बे के सहयोग से मिनिस्ट्री ऑफ इन्फॉर्मेशन एवं ब्रॉडकास्टिंग एक गेमिंग सेंटर बनाने जा रही है, जहां वीएफएक्स, गेमिंग एवं एनिमेशन जैसे विषयों पर विभिन्न कोर्स जल्द ही शुरू होंगे और इसी के साथ-साथ एक सेंटर भी बनाया जाएगा, जहां से खेलों के विकास के लिए कई योजनाओं का संचालन किया जाएगा.

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि भारत के समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास में कई प्रकार के खिलौनों का वर्णन है, भारत की इस सांस्कृतिक विरासत का पुनरुत्थान होगा और पूरे विश्व में भारतीय खिलौनों का डंका बजेगा. 

उन्होंने कहा कि आज के आधुनिक उपकरणों, जैसे कि मोबाइल फोन में खेले जाने वाले खेलों से बच्चों में कई प्रकार के दुर्भावनाएं उत्पन्न होने की संभावनाएं हैं, जो बच्चों के प्रभावशाली मन पर छाप छोड़ने की क्षमता रखते हैं. इसकी जगह हम वीएफएक्स एवं अन्य आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल से भारतीय मूल्यों पर आधारित वीडियो गेम्स विकसित कर सकते हैं, क्योंकि भारतीय मूल्य, मानवता के मूल्य हैं.

प्रकाश जावडेकर बोले- देशभर में किसान मोदी की योजनाओं से प्रसन्न हैं तो फिर...

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि हाल में पारित तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे ‘कुछ’’ किसानों को उनके ‘राजनीतिक आकाओं’ ने गुमराह किया है और वे चीजों को ऐसे पेश कर रहे हैं कि जैसे किसान उनके साथ हैं. कृषि कानूनों के विरोध को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए जावडेकर ने कहा कि वह पखवाड़े में एक बार ही तो लोगों के सामने आते हैं. उन्होंने गांधी को इन केंद्रीय कानूनों पर खुली बहस की चुनौती दी.