भारत सरकार ने ऑपरेशन कावेरी के तहत अब तक युद्धग्रस्त सूडान से 3,862 भारतीय नागरिकों को निकाला है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा, शुक्रवार सुबह भारतीय वायु सेना का एक विमान सूडान से 47 यात्रियों को भारत लेकर आया और इसके साथ ही वहां से सुरक्षित निकाले गए लोगों की संख्या 3,862 हो गई है।
सऊदी अरब की राजधानी रियाद में भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर लिखा, आज, हमने हैशटैग ऑपरेशन कावेरी के दौरान सूडान से निकाले गए लोगों के लिए इंटरनेशनल इंडियन स्कूल जेद्दा अट द रेट इंडियनपेज में बनाई गई पारगमन सुविधा को बंद कर दिया है। इस सुविधा ने 3,500 से अधिक लोगों को निकालने में सहायता की।
इस बीच एस. जयशंकर ने ट्वीट कर लिखा कि 47 यात्रियों को लेकर एक भारतीय वायु सेना का सी130जे विमान भारत में उतरा है। इस आगमन के साथ ऑपरेशन कावेरी के माध्यम से सूडान से 3862 लोगों को निकाला गया है। अनिश्चित सुरक्षा परिस्थितियों में देश भर के विभिन्न स्थानों से यात्रियों को पोर्ट सूडान ले जाना एक जटिल अभ्यास था।
उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना की 17 उड़ानों और भारतीय नौसेना के 5 जहाजों की मदद से भारतीय नागरिकों को पोर्ट सूडान से सऊदी अरब के शहर जेद्दा ले जाया गया। इसके अलावा, 86 नागरिकों को सूडान की सीमा से लगे देशों से निकाला गया।
उन्होंने कहा कि जेद्दा से एयरफोर्स और कमर्शियल उड़ानों ने लोगों को घर पहुंचाया है। हम उनकी मेजबानी करने और इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए सऊदी अरब के आभारी हैं।
मंत्री ने चाड, मिस्र, फ्रांस, दक्षिण सूडान, यूएई, यूके, यूएस और संयुक्त राष्ट्र जैसे कई देशों के समर्थन की भी सराहना की। एस जयशंकर ने अपने मंत्रालय के सहयोगियों के योगदान की भी सराहना करते हुए कहा कि जमीन पर उनकी उपस्थिति ताकत और आश्वासन का स्रोत थी।
एस जयशंकर ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, हैशटैग ऑपरेशन कावेरी में शामिल सभी लोगों की भावना, ²ढ़ता और साहस की सराहना करें। खार्तूम में हमारे दूतावास ने इस कठिन समय में असाधारण समर्पण दिखाया। सऊदी अरब में तैनात हैशटैग टीमइंडिया और भारत में समन्वय करने वाले एमईए रैपिड रिस्पांस सेल द्वारा किए गए प्रयास सराहनीय थे।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS