logo-image

राजस्थान सियासी संकट के बीच बैठकों का दौर जारी, सोनिया गांधी लेंगी अंतिम फैसला

Rajasthan political crisis: राजस्थान में सियासी संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली में सियासी संकट के बीच बैठकों का दौर जारी है. जानकारी के मुताबिक एक और जहां सचिन पायलट राजीव शुक्ला के घर में प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात करेंगे

Updated on: 28 Sep 2022, 03:38 PM

highlights

  • लिखित रिपोर्ट के बाद अशोक गहलोत  को क्लीन चिट की खबर 
  • राजस्थान के तीन नेताओं को आलाकमान ने थमाया नोटिस 

नई दिल्ली :

Rajasthan political crisis: राजस्थान में सियासी संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली में सियासी संकट के बीच बैठकों का दौर जारी है. जानकारी के मुताबिक एक और जहां सचिन पायलट राजीव शुक्ला के घर में प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात करेंगे,  वहीं दूसरी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी आज कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते है. आपको बता दें कि सचिन पायलट 27 सितम्बर को ही दिल्ली पहुंच गये थे. वहीं सूत्रों का दावा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज दिल्ली पहुचेंगे. हालाकि आलाकमान ने पर्यवेक्षकों की लिखित रिपोर्ट के बाद अशोक गहतलोत को क्लीन चिट दे दी है. लेकिन राजस्थान के तीन नेताओं को कारण बताओ नोटिस भी दिया गया है.

यह भी पढ़ें : दशहरा से पहले किसानों की होगी चांदी, इस दिन खाते में क्रेडिट होंगे 4000 रुपए

आपको बता दें कि इस सियासी ड्रामे के लिए कांग्रेस ने अपने तीन नेताओ के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इस लिस्ट में मंत्री शांति धारीवाल है. जिसके घर अनोपचारिक 60 विधायको की बैठक की थी, दूसरा विधानसभा व्हीप चीफ महेश जोशी और विधायक धर्मेंद्र राठौर शामिल है. इन सबसे 10 दिनों में जवाब मांगा गया है.  बता दें कि 26 सितम्बर को राजस्थान में चल रहे सियासी संकट पर कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी के घर एक बैठक बुलाई गयी थी. जिसमें अजय माकन, मल्लिकार्जुन खड़गे, दिग्विजय सिंह, के सी वेणुगोपाल और शशि थरूर शामिल हूए थे. साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को भी संकट से उबारने के लिए बुलाया गया था.

आपको बता दें कि कमलनाथ अशोक गहलोत के पुराने मित्र रहे है. राजस्थान सियासी संकट को दूर करने के लिए आलाकमान द्वारा उन्हें दिल्ली बुलाया गया है. दरअसल कल राजस्थान पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन के लिखित में जवाब और आलाकमान के सख्ती के बाद विधायको के सुर बदल गये थे. जिसमें विधायक इंदिरा मीणा सहित कुछ विधायको ने कहा था कि उन्हें सचिन पायलट के मुख्यमंत्री बनने पर कोई समस्या नही है.