श्रीलंका के हंबनतोता में भारतीय दूतावास के बाहर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिये पुलिस ने वॉटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। प्रदर्शनकारी एयरपोर्ट के ऑपरेशन्स को भारत को सौंपे जाने का विरोध कर रहे थे।
इस मामले में 26 लोगों को गिरफ्तार किया है इस प्रदर्शन में चार पुलिस वालों को चोट भी आई है।
महिंदा राजपक्षा के समर्थक भारत और श्रीलंका के बीच हुए करार का विरोध कर रहे हैं। श्रीलंका ने महिंदा राजपक्षा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के संचालन का काम भारत को दिया है।
राजपक्षा के शासन के दौरान ये एक बड़ा प्रोजेक्ट था जिसके लिये चीन ने लोन दिया था।
विपक्ष के नेता डीवी चानका ने कहा, 'हम मत्तला एमआरआईए के संचालन का काम भारत को दिये जाने का विरोध कर रहे हैं... हम हमारी संपत्ति को विदेशियों को नहीं देने देंगे।'
करीब 1000 से अधिक प्रदर्शनकारी वहां पर मौजूद थे। जिसमें राजपक्षा के बड़े बेटे नमल भी मौजूद थे।
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चानका ने कहा कि हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। इन लोगों को हटाने से पहले पुलिस ने कोर्ट से पहले ही आदेश ले लिया था।
इससे पहले भी जनवरी में हंबनतोता पोर्ट को चीन को दिये जाने का विरोध किया गया था।
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Source : News Nation Bureau