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चेन्नई में सरकारी स्टिकर वाले वाहनों पर पुलिस ने की कार्रवाई

चेन्नई में सरकारी स्टिकर वाले वाहनों पर पुलिस ने की कार्रवाई

Updated on: 25 Aug 2021, 03:30 PM

चेन्नई:

चेन्नई में कई लोगों और ड्राइवरों द्वारा सरकारी स्टिकर वाले वाहनों का दुरुपयोग करते पाए जाने के बाद तमिलनाडु पुलिस लगातार सरकारी स्टिकर वाले वाहनों पर कार्रवाई कर रही है।

मंगलवार को शुरू हुई कार्रवाई दूसरे दिन भी जारी रही, जिसके तहत अडयार, टी. नगर, ईसीआर, तारामणि, ट्रिप्लिकेन, मायलापुर और नगर निगम के अन्य व्यस्त जंक्शनों पर कई वाहनों को रोका गया।

चेन्नई पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त, एन. कन्नन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि हमें कई शिकायतें मिलीं कि सरकारी स्टिकर के संबंध में दुरुपयोग हो रहा था, जिसके बाद हमने एक कार्रवाई शुरू की।

अधिकारी ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा किराए पर लिए गए निजी वाहन नंबर प्लेट में जी नहीं लिखवा सकते हैं, लेकिन एक मुद्रित शीट सरकारी ड्यूटी पर वाहन बताते हुए लगा सकते हैं। इसे वाहन के सामने वाले शीशे पर चिपकाया जा सकता है।

सरकारी नियमों के अनुसार, सरकारी अधिकारी अपने वाहनों पर जी स्टिकर नहीं लगा सकते, भले ही वे आधिकारिक उद्देश्यों के लिए उनका उपयोग क्यों ना कर रहे हों।

चेन्नई के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने कहा कि जी स्टिकर का इस्तेमाल करने वालों पर धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज किया जा सकता है और उनके वाहन जब्त किए जा सकते हैं।

यह ध्यान दिया जा सकता है कि चेन्नई शहर के पुलिस आयुक्त कार्यालय में जी स्टिकर के दुरुपयोग के संबंध में बड़ी संख्या में शिकायतें आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। स्टिकर मुख्य रूप से पुलिस जांच से बचने के लिए और यातायात नियमों का उल्लंघन करने के बाद बचने के लिए उपयोग किए जाते हैं। कई लोग इसे टोल शुल्क का भुगतान करने से बचने के लिए कवर के रूप में उपयोग करते हैं।

पुलिस को कुछ समूहों के बारे में खुफिया जानकारी भी मिली थी. जो जी स्टिकर का उपयोग कर नापाक गतिविधियों में शामिल हैं।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.