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शशिकला नटराजन (फाइल फोटो)
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तमिलनाडु की राजनीति में मचे घमासान के बीच पुलिसवालों और रेवेन्यू अफसरों ने रिजॉर्ट में जाकर अन्नाद्रमुक (एआईएडीएमके) के 120 विधायकों से मुलाकात की।
शशिकला नटराजन (फाइल फोटो)
तमिलनाडु की राजनीति में मचे घमासान के बीच पुलिसवालों और रेवेन्यू अफसरों ने रिजॉर्ट में जाकर अन्नाद्रमुक (एआईएडीएमके) के 120 विधायकों से मुलाकात की।
कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने आरोप लगाया था कि शशिकला गुट ने पार्टी के 120 विधायकों को बंदी बनाकर रखा है। इससे पहले विधायकों को बंदी बनाकर रखे जाने की खबरों को लेकर दायर की गई याचिका पर मद्रास हाई कोर्ट ने चिंता जताते हुए स्थिति रिपोर्ट मांगी थी।
कोर्ट के मुताबिक, अगर विधायकों को जबरन रोका गया है तो यह एक बेहद गंभीर बात है। कोर्ट के समक्ष दाखिल दो याचिकाओं में दो एआईएडीएमके विधायकों का पता लगाने की गुहार लगाई गई है।
इस बीच शनिवार को पुलिस और रेवेन्यू अधिकारियों की टीम ने हर विधायक से अलग-अलग मुलाकात करके पूछताछ की। जानकारी के मुताबिक अफसरों ने विधायकों से लिखित में इस बारे में जवाब देने के लिए कहा कि क्या वह यहां अपनी मर्जी से रिजॉर्ट में रह रहे हैं या फिर उन्हें बंदी बनाकर रखा गया है।
सभी विधायक बुधवार शाम पार्टी जनरल सेक्रटरी वीके शशिकला की ओर से बुलाई गई एक मीटिंग में शामिल होने के बाद से इस रिजॉर्ट पर रह रहे हैं। शशिकला को सीएम बनाने के लिए विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद विधायकों को इस रिजॉर्ट पर पहुंचाया गया था।
और पढ़ें: AIADMK घमासान: शशिकला के समर्थक विधायक आए सामने, कहा-हम बंदी नहीं बनाए गए
शशिकला को झटका
इस बीच एआईएडीएमके की महासचिव वी के शशिकला नटराजन को बड़ा झटका देते हुए उनके समर्थक के पांडिराजन ने विरोधी खेमा ओ पनीरसेल्वम के कैंप में जाने की घोषणा कर दी है।
पांडिराजन को शशिकला का वफादार माना जाता है। पांडिराजन ने कहा वह मतदाताओं की पुकार सुनकर अपना पाला बदल सकते हैं। उनका बयान पनीरसेल्वम को मिल रहे जनसमर्थन से जोड़कर देखा जा रहा है।
वहीं दूसरी तरफ शशिकला की उम्मीदों को झटका देते हुए राजभवन ने उन्हें सरकार बनाने के लिए निमंत्रित नहीं किए जाने को थोड़े समय के टाल दिया है। शुक्रवार को राजभवन की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि राज्यपाल सी विद्यासागर राव अभी भी विकल्पों को लेकर विचार कर रहे हैं।
बयान के मुताबिक, 'राज्यपाल ने अभी तक गृह मंत्री और भारत के राष्ट्रपति को राज्य की स्थिति को लेकर कोई रिपोर्ट नहीं भेजी है।'
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Source : News State Buraeu