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सिमी आतंकी मुठभेड़ में पुलिस और गृह मंत्री के बयान में फर्क: ओवैसी

भोपाल सेंट्रल जेल से प्रतिबंधित संगठऩ सिमी के आतंकियों के भागने और फिर उनकी मुठभेड़ में हुई मौत को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए है

Updated on: 31 Oct 2016, 07:02 PM

नई दिल्ली:

भोपाल सेंट्रल जेल से प्रतिबंधित संगठऩ सिमी के आतंकियों के भागने और फिर उनकी मुठभेड़ में हुई मौत को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए है। आईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भोपाल के कड़ी सुरक्षा वाले जेल से सिमी के 8 आतंकियों के भागे जाने की घटऩा चौंकाने वाली है। 

ओवैसी ने पूरे मामले की सुप्रीम कोर्ट से जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा, 'गृह मंत्री और पुलिस के बयानों में कोई तालमेल नहीं है। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री कह रहे हैं कि विचाराधीन कैदी के पास चम्मच जैसा हथियार था। अगर उनके पास चम्मच था तो एटीएस उन्हें पकड़ सकती थी।'

ओवैसी ने कहा, 'हाई सिक्योरिटी जेल से 8 आतंकियों का भागना चौंकानेवाला है।' उन्होंने भोपाल सेंट्रल जेल की सुरक्षा पर सवाल खड़े करते हुए कहा, 'आतंकियों ने जूते, घड़ियां और बेल्ट पहनी हुई थी जबकि कैदियों को यह सब नहीं मिलता। '

ओवैसी ने कहा, 'सिमी के आतंकियों के मुठभेड़ को लेकर गृह मंत्री और पुलिस के बयान में फर्क है।' एआईएमआईएम सांसद असद ओवैसी ने मामले की जांच कराए जाने की मांग की है। इससे पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और  कांग्रेस  के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने जेल ब्रेक की घटना में साजिश की तरफ इशारा करते हुए कहा था, ' कहीं राज्य सरकार ने किसी योजना के तहत तो इन्हें नहीं भगाया है। उन्होंने इसकी जांच की मांग की है।'

भोपाल जेल से सिमी के 8 आतंकियों के भागे जाने को लेकर सिंह ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने बजरंग दल और सिमी दोनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। सिंह ने कहा कि सिमी और बजरंग दल साथ मिलकर दंगा कराने की कोशिश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि दंगा फसाद को रोकने के लिए प्रशासन को नजर रखनी पड़ेगी।

वहीं मध्य प्रदेश सरकार का कहना है कि इस मामले में मुठभेड़ के अलावा कोई और विकल्प नहीं था। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री ने मुठभेड़ के वीडियो को फर्जी करार देते हुए कहा, 'जब मुठभेड़ होती है तो पुलिस के पास गोली चलाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं होता।' वहीं बीजेपी प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्हा राव ने कहा मध्य प्रदेश पुलिस ने तत्परता के साथ कार्रवाई करते हुए आतंकियों को मार गिराया, लेकिन विपक्ष पुलिस की तारीफ करने की बजाए उसकी आलोचना कर रहा है।