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विदेश मंत्री एस जयशंकर का बड़ा बयान- POK भारत का हिस्सा है, इसे एक दिन लेकर रहेंगे

मोदी सरकार 2.0 (Modi Government 2.0) के 100 दिन पूरे होने के बाद सभी मंत्रालयों ने अपनी-अपनी ओर से 100 दिनों की उपलब्धियों के बारे में बताया है.

Updated on: 17 Sep 2019, 06:07 PM

नई दिल्ली:

मोदी सरकार 2.0 (Modi Government 2.0) के 100 दिन पूरे होने के बाद सभी मंत्रालयों ने अपनी-अपनी ओर से 100 दिनों की उपलब्धियों के बारे में बताया है. इसी क्रम में विदेश मंत्रालय (Ministry Of Foreign Affairs) ने भी 100 दिनों में हासिल की अपनी उपलब्धियों की रिपोर्ट पेश की. इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा, पीओके (PoK) भारत का हिस्सा है और उम्मीद है कि जल्द ही पीओके भारत का भौगोलिक हिस्सा होगा.

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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे कहा, अनुच्छेद 370 एक द्विपक्षीय मुद्दा नहीं है, यह आंतरिक मुद्दा है. ये भारत का आंतरिक मामला है. पाकिस्तान के साथ 370 का मुद्दा है ही नहीं. उसके साथ आतंकवाद का मुद्दा है. उन्होंने आगे कहा कि सार्क क्षेत्रीय मुद्दों के बारे में है. व्यापार, कनेक्टिविटी आपको आतंकवाद की आवश्यकता नहीं है. कौन सा देश सार्क को बढ़ावा देता है और कौन सा देश आतंकवाद को बढ़ावा देता है, यह सदस्यों को तय करना है.

विदेश मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने कुलभूषण जाधव मामले पर बोलते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य उनको कॉन्सुलर एक्सेस दिलाना था. अब हम निर्दोष व्यक्ति को अपने देश वापस लाने का समाधान निकाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण को लेकर हमारा अनुरोध है. हम उसे वापस चाहते हैं और हम उसपर काम कर रहे हैं. वहीं, उन्होंने कहा कि जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण को लेकर हमारा अनुरोध है. हम उसे वापस चाहते हैं और हम उसपर काम कर रहे हैं.

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उन्‍होंने अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर भारत के बढ़ते अस्‍तित्‍व से लेकर इन दिनों कश्‍मीर मुद्दे पर पाकिस्‍तान के साथ जारी तनाव का भी जिक्र किया. उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बहरीन, मालदीव्‍स, रूस दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि इन सौ दिनों में कई देशों के साथ हमारे संबंध मजबूत हुए हैं. विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, गुलाम कश्‍मीर भारत का हिस्‍सा है और हमें उम्‍मीद है कि एक दिन इसपर हमारा अधिकार हो जाएगा’

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्‍तान का नाम नहीं लिया लेकिन कहा, हमारे एक पड़ोसी की ओर से अलग तरह की चुनौती है, यह तब तक ऐसा ही रहेगा जब तक वह सामान्‍य नहीं हो जाता और आतंक के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता.कश्‍मीर को अंतरराष्‍ट्रीय मुद्दा बनाने के प्रयासों को लेकर विदेश मंत्री ने कहा, भारत की स्‍थिति मजबूत हुई हैं और इसके आंतरिक मामले भी मजबूत हो जाएंगे. कश्‍मीर पर लोग क्‍या कहते हैं उसकी चिंता न करें, इस पर 1972 से भारत के लिए भविष्‍यवाणी की जाती रही है.

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उन्‍होंने लद्दाख में पांगोंग झील के करीब भारत व चीनी सेना के आमने सामने होने के मुद्दे पर कहा, वहां लड़ाई नहीं हुई. वहां केवल दोनों देशों के सैनिक तैनात थे, अब मामले का समाधान हो गया. उन्‍होंने इस्‍लामाबाद में जासूसी के आरोप में कैद कुलभूषण जाधव के मामले पर बोला कि सिंध में जो अभी हो रहा वह केवल पिछले 100 दिनों में नहीं हुआ है. सिख लड़कियों के अपहरण का भी मामला हुआ है.

अफ्रीका के साथ संबंधों के प्रगाढ़ होने की बात को रेखांकित करते हुए कहा कि वहां 18 भारतीय दूतावास खोले जाने का काम चल रहा है. बता दें कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन हाल में ही पूरे हुए हैं. उन्‍होंने कहा, जी 20, ब्रिक्‍स जैसे बहुपक्षीय मंचों पर भारत की आवाज सुनी जाने लगी है. विदेश नीति व देश की नीतियों के बीच मजबूत लिंक बने हैं. पिछले 100 दिनों में हम अफ्रीका में काफी एक्‍टिव हुए हैं. हमारी अफ्रीका प्रतिबद्धताओं को लेकर हमारे प्रयासों में काफी इजाफा हुआ है. वहां 18 दूतावास को खोलने का काम चल रहा है.