बिहार शरीफ के बनेलिया मोहल्ले में आयोजित सालाना सम्मेलन में पीएफआई नेताओं का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें पीएफआई नेता भड़काऊ बयान देते सुनाई दे रहे हैं. नेताओं ने अपने भाषण में कहा कि 2014 के बाद से देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की तैयारी की जा रही है. बीजेपी और आरएसएस मिलकर हिंदू एजेंडा चला रहे हैं. केंद्र सरकार एक के बाद एक ऐसे कानून ला रही है जो मुस्लिमों के खिलाफ हैं. पहले तीन तलाक का कानून लाया गया, उसके बाद बाबरी मस्जिद का फैसला फिर कश्मीर में धारा-370 को खत्म कर दिया गया. इन फैसलों से सरकार की सोच सामने आ रही है.
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'CAA का मुद्दा छेड़ा तो लोग नहीं छेडे़ंगे'
नेताओं ने कहा कि अगर सरकार ने एक बार फिर सीएए को मामला उठाया तो लोग नहीं छोड़ेंगे. सरकार सीएए के बहाने हमारे ऊपर लगाम लगाना चाहती है. सरकार किसानों के खिलाफ भी बिल लेकर आई लेकिन लोगों ने देखा कि किसानों ने सड़क पर उतर कैसे इसका विरोध किया. भाषण में कहा गया कि भले ही केंद्र सरकार ने कई किसानों नेताओं को जेल में डाल दिया हो लेकिन क्या किसानों का आंदोलन रुक गया?
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भाषण का किया फेसबुक लाइव
पूरे भाषण का फेसबुक पर लाइव भी किया गया. जो लोग कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए उन्हें सोशल मीडिया के जरिए भड़काऊ भाषण सुनाए गए. पीएफआई नेताओं ने कहा कि जो लोग केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाते हैं उनके खिलाफ ईडी और आईबी लगा दी जाती है. कार्यक्रम में मौजूद लोगों से कहा गया कि वह अपने ज्यादा से ज्यादा बच्चों को पीएफआई में शामिल होने के लिए भेजें. लोगों को एक विशेष जाति के लिए भी भड़काया गया. आरोप लगाया गया कि केंद्र सरकार सिर्फ चंद लोगों के लिए काम कर रही है. पहले हमारे खिलाफ कानून लाए गए. बाद में किसानों और दलितों के खिलाफ भी कानून लाए गए. सरकार सिर्फ एक धर्म के लोगों के लिए काम कर रही है. बाबरी मस्जिद को लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधा गया.
Source : News Nation Bureau