गैंगरेप पीड़िता ने पुलिस पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए थाने के अंदर जहर खा लिया।
घटना के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
इस बीच, खीरी पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने दावा किया कि बलात्कार की शिकायत फर्जी पाई गई थी, इसलिए पहले अदालत में एक क्लोजर रिपोर्ट दायर की गई थी।
यह घटना 17 जनवरी, 2022 को दर्ज की गई थी और पुलिस ने पिछले साल जून में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी। इसके बाद पीड़िता ने अदालत का दरवाजा खटखटाया और मामले को फिर से खुलवाया।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) गणेश प्रसाद साहा ने इस मामले में एक सर्कल ऑफिसर (सीओ) से स्वतंत्र जांच कराने को कहा है।
एसपी ने कहा, प्रारंभिक जांच के दौरान महिला द्वारा लगाए गए आरोप को गलत पाया गया और क्लोजर रिपोर्ट दायर की गई, हालांकि अदालत ने मामले में फिर से जांच का आदेश दिया है। मैंने एक सीओ को इस मामले को देखने के लिए कहा है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS