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पोस्को केस : केरल में शिव शंकर बाबा के स्कूल का टीचिंग, नॉन टीचिंग स्टाफ फरार

पोस्को केस : केरल में शिव शंकर बाबा के स्कूल का टीचिंग, नॉन टीचिंग स्टाफ फरार

Updated on: 18 Jul 2021, 08:15 PM

चेन्नई:

यौन शोषण मामले में गिरफ्तार स्वयंभू संत शिव शंकर बाबा के खिलाफ जांच कर रही तमिलनाडु पुलिस की अपराध शाखा ने बताया है कि उनके स्कूल के पांच शिक्षक और गैर-शिक्षण कर्मचारी फरार हैं।

सीबी-सीआईडी ने सुशील हरि इंटरनेशनल रेजिडेंशियल स्कूल की पूर्व छात्राओं द्वारा बाबा के खिलाफ लगाए गए यौन शोषण के मामले में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए पांच कर्मचारियों को तलब किया था, लेकिन पाया कि सभी पांचों, स्कूल की प्रिंसिपल गायत्री, शिक्षक प्रवीण, और तीन अन्य गैर-शिक्षण कर्मचारी के आवास पर जब वे समन देने के लिए परिसर में पहुंचे तो वे वहां मौजूद नहीं थे।

पुलिस टीम उन पांचों से उस कथित बयान के बारे में पूछताछ करना चाहती है जो उन्होंने मीडिया को दिया था कि बाबा इज ग्रेट और यह कि यौन शोषण स्कूल परिसर में नहीं हुआ था।

पुलिस स्कूल के सभी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को तलब करने की योजना बना रही है और स्कूल प्रशासन से सभी स्टाफ का पूरा ब्योरा देने को कहा है।

यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत तीन मामले दर्ज किए जाने के बाद शिव शंकर बाबा पिछले महीने से चेन्नई के पुझल केंद्रीय कारागार में बंद है।

मामल्लापुरम महिला पुलिस स्टेशन ने 12 जून को बाबा के खिलाफ तीन पॉक्सो मामले दर्ज किए थे। मामला 13 जून को सीबी-सीआईडी को स्थानांतरित कर दिया गया था, और बाबा को 16 जून को नई दिल्ली के चित्तरंजन पार्क में उनके ठिकाने से गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस ने प्राथमिकी में कहा कि शिकायतकर्ताओं में से एक ने आरोप लगाया कि जब वह वर्षों पहले सुशील हरि इंटरनेशनल स्कूल में छात्रा थी, तो बाबा ने उसे शराब पीने के लिए मजबूर किया और उसे पोर्न देखने के लिए मजबूर किया।

छात्रा ने यह भी कहा था कि बाबा ने उससे दो घंटे तक बात की थी और उसे नियमित रूप से उसके साथ यौन संबंध बनाने के लिए कहा था।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.