पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी मेहुल चौकसी ने सीबीआई को पत्र लिखकर उनके खिलाफ हो रही जांच में शामिल होने से इनकार किया है।
उन्होंने कहा, 'मैं अपने स्वास्थ्य और अच्छे होने को लेकर चिंतित हूं क्योंकि मुझे डर है कि भारत में मुझे गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मेरे पसंद के अस्पताल में इलाज कराने नहीं दिया जाएगा।'
चौकसी ने कहा, 'मुझे वहां अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलेंगी और केवल सरकारी अस्पताल में इलाज कराने दिया जाएगा। जेल में बंद किसी अपराध के आरोपी को उसकी पसंद का डॉक्टर नहीं मिलता।'
अपने पत्र में चौकसी ने लिखा, 'मैं बताना चाहूंगा कि आखिर मुंबई के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने यह नहीं बताया कि मेरा पासपोर्ट क्यों सस्पेंड कर दिया गया। मैं जानना चाहता हूं कि आखिर मैं भारत के लिए खतरा क्यों हूं।'
बता दे कि सीबीआई ने इस घोटाले के मुख्य आरोपी मुकुल चौकसी और नीरव मोदी को नोटिस जारी कर अपना पता बताने को कहा था। सीबीआई , इडी समेत दूसरे जांच एजेंसियां लगातार उनके ठिकानों पर छापा मार रही और इस घोटाले में शामिल होने के आरोप में कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने 3 फरवरी को नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए।
गौरतलब है कि देश के दूसरे बड़े सरकारी बैंक पीएनबी में 12,700 करोड़ रुपये के घोटाले का हाल में ही पता है। इस घोटाले के मुख्य आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसका मामा मेहुल चोकसी है। घोटाला सामने आने के बाद से दोनों ही फरार हैं।
इसे भी पढ़ें: हादिया ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया हलफनामा-‘मुसलमान हूं और मुसलमान ही रहना चाहती हूं’
पीएनबी ने पिछले दिनों सेबी (सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को 11,421 करोड़ रुपए के घोटाले के जानकारी दी थी जिसके बाद यह मामला सामने आया था।
पूरा मामला 2011 से 2018 के बीच अंजाम दिया गया जिसमें 297 फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) के जरिए पैसे को विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर किया गया।
और पढ़ें: लव जेहाद: SC ने पलटा हाई कोर्ट का फैसला, हादिया और शफीन की शादी वैध
Source : News Nation Bureau