पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को करोड़ों का चूना लगाकर फरार हुए गीतांजलि जेम्स के मालिक और नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने पत्र लिख कर दावा किया है कि कुछ गलत नहीं किया है। जांच एजेंसियों उन्हें परेशान कर रही है।
मेहुल चोकसी ने गीतांजलि समूह के कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा कि वे किसी भी कर्मचारी को पैसे या वेतन देने में असमर्थ हैं इसलिए सभी कर्मचारियों को दूसरी नौकरी ढूंढ लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा, 'मेरे नसीब में जो लिखा होगा, वही होगा। मुझे पता है कि मैंने कुछ गलत नहीं किया है और आखिर में सच की ही जीत होगी।' चोकसी के वकील संजय अबॉट ने पत्र जारी किया है।
पीएनबी में हुए 11,300 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपी चोकसी ने कहा, 'जिस ढंग से अलग-अलग सरकारी एजेंसियां काम कर रही हैं उससे मुझे बहुत परेशानी हो रही है। उनकी वजह से सभी काम रुक गए हैं।'
आपको बता दें कि नीरव मोदी और चोकसी घोटाला उजागर होने के बाद देश छोड़कर फरार हो चुके हैं।
22 जनवरी को आयकर विभाग (आईटी) के अधिकारियों ने कहा था कि उन्होंने मेहुल चोकसी के स्वामित्व वाले गीतांजलि समूह की हैदराबाद में 1,200 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की हैं।
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इससे पहले विभाग ने कहा था कि उसने नीरव मोदी की कंपनियों के 141 बैंक खाते और फिक्सड डिपॉजिट सीज किए हैं, जिसका कुल मूल्य 145.74 करोड़ रुपये है।
पंजाब नेशनल बैंक द्वारा 29 जनवरी और 14 फरवरी को एफआईआर दर्ज कराए जाने से पूर्व लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग और फॉरेन लेटर्स ऑफ क्रेडिट का प्रयोग कर कई सालों से बैंक में घोटाला किया जा रहा था।
लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग और फॉरेन लेटर्स ऑफ क्रेडिट का प्रयोग कर पीएनबी में किए गए 11,300 करोड़ रुपये के घोटाले में नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी के साथ ही गीतांजलि समूह के निदेशकों की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जांच की जा रही है।
पीएनबी में 4,886.72 करोड़ रुपये के घोटाले में गीतांजलि समूह की तीन कंपनियों का नाम भी सीबीआई द्वारा दाखिल दूसरी एफआईआर में दर्ज है।
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Source : News Nation Bureau