PNB स्कैम के बाद सीआईआई ने की सरकारी बैंकों के निजीकरण की मांग

उद्योग संगठन ने इसके लिए बैंकों की बेहतर निगरानी व पर्यवेक्षण और उत्तम कॉरपोरेट शासकीय मानदंड अपनाने का सुझाव दिया।

author-image
Narendra Hazari
एडिट
New Update
PNB स्कैम के बाद सीआईआई ने की सरकारी बैंकों के निजीकरण की मांग

पंजाब नेशनल बैंक (फाइल)

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 11,300 करोड़ रुपये के घोटाले के सिलसिले में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने रविवार को वित्तीय धोखाधड़ी रोकने के लिए बेहतर व उच्च प्रौद्योगिकी नियंत्रण प्रणाली की मांग की और कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) में सरकार को अपनी हिस्सेदारी कम करनी चाहिए।

Advertisment

सीआईआई ने एक विज्ञप्ति में कहा कि सरकार को रणनीति के तहत चरणबद्ध तरीके से पीएसबी में अपनी हिस्सेदारी घटाकर 33 फीसदी कर देनी चाहिए और वित्तीय धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए दोहरी रणनीति अपनानी चाहिए।

उद्योग संगठन ने इसके लिए बैंकों की बेहतर निगरानी व पर्यवेक्षण और उत्तम कॉरपोरेट शासकीय मानदंड अपनाने का सुझाव दिया।

और पढ़ें: छात्रों के बीच सांप्रदायिक नफरत फैलाने के आरोप में स्कूल का MD गिरफ्तार

सीआईआई की अध्यक्ष शोभना कामिनेनी ने एक बयान में कहा, "सरकार, विनियामकों और उद्योग को वित्तीय क्षेत्र में व्यवस्थागत खतरों पर शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए।"

उन्होंने कहा, "बेहतर प्रबंधन व संचालन क्षमता, ब्लॉकचेन व व्यापक डेटा विश्लेषण जैसी प्रौद्योगिकी का उपयोग और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकोंे में सरकार की हिस्सेदारी कम करना, बैंकिंग क्षेत्र के लिए ये तीन प्रमुख समाधान हैं।"

हीरा कारोबारी नीरव मोदी मामले में दायर आरोपों के अनुसार, पीएनबी की शिकायत के बाद बैंक में धोखाधड़ी उजागर होने के पहले बैंक के लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग और फोरेन लेटर्स ऑफ क्रेडिट का इस्तेमाल कई साल तक पैसे निकालने के लिए किया गया।

और पढ़ें: बीवी ने मायके से आने में की देरी, बेटी को जिन्दा जलाया

Source : News Nation Bureau

Privatization CII demands from govt PNB Scam CII PSB govt
      
Advertisment