logo-image

PNB घोटाला: भगोड़े आरोपी नीरव मोदी को मॉब लिंचिंग का खतरा, भारत लौटने से किया इंकार

पीएमएलए कोर्ट में पहुंचे नीरव मोदी के वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि नीरव मोदी भारत लौटने को लेकर सीबीआई को किए ईमेल में सुरक्षा कारणों को लेकर चिंता जाहिर की थी.

Updated on: 01 Dec 2018, 05:20 PM

नई दिल्ली:

देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के 13,000 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले के आरोपी भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने भारत वापस लौटने से इंकार कर दिया है. शनिवार को विशेष मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (पीएमएलए) कोर्ट में पहुंचे नीरव मोदी के वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि नीरव मोदी भारत लौटने को लेकर सीबीआई को किए ईमेल में सुरक्षा कारणों को लेकर चिंता जाहिर की थी. उन्होंने कहा, 'नीरव मोदी ने भारत में उनके पुतला जलाए जाने और मॉब लिंचिंग की घटनाओं का जिक्र किया.'

वकील ने विशेष अदालत को बताया कि बिना किसी कारण के नीरव मोदी को बैंक फ्रॉड का पोस्टर ब्वॉय बना दिया गया है. नीरव मोदी ने सीबीआई के उत्पीड़न के कारण बंसल आत्महत्या की घटना का जिक्र भी किया. हालांकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि अगर वे सुरक्षा कारणों से भयभीत हैं तो उन्हें पुलिस में शिकायत करनी चाहिए.

अग्रवाल ने कहा, 'ईडी ने मांग की कि मेरे क्लाइंट (नीरव मोदी) को संदिग्ध परिस्थियों में भारत छोड़ने के आधार पर भगोड़ा घोषित किया जाय. हमने कहा कि नीरव मोदी ने वैध पासपोर्ट और वीजा पर भारत छोड़ा था और उस वक्त उनके खाते एनपीए नहीं थी और न ही उनके खिलाफ कोई आपराधिक मुकदमा था.'

नीरव मोदी के भारत में सुरक्षा कारणों के दलील पर ईडी ने कहा कि इस मामले में ये प्वाइंट्स व्यर्थ हैं. ईडी ने कहा कि नीरव मोदी ने ईमेल और समन जारी होने के बावजूद जांच प्रक्रिया में शामिल होने से इंकार कर दिया और कहा कि वह भारत नहीं लौटना चाहता है.

नीरव मोदी के द्वारा सीबीआई और ईडी को लिखे गए पत्र को पढ़ते हुए उनके वकील ने कहा, 'भारत में मेरा (नीरव मोदी) 50 फीट लंबा पुतला जलाया गया था. मेरी मॉब लिंचिंग होने का सबूत है और मेरी तुलना 'रावण' से हो रही है. मुझे बुराई के तौर पर और बैंक घोटालों के पोस्टर ब्वॉय के रुप में प्रोजेक्ट किया जा रहा है.'

क्या है पीएनबी घोटाला:

पंजाब नेशनल बैंक ने 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले के बारे में 14 फरवरी को जानकारी दी थी, जिसमें हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने पीएनबी के एक ब्रांच से फर्जी एलओयू के जरिये विदेशों में दूसरे भारतीय बैंकों से पैसे निकाले. जांच के बाद बैंक के 1,200 करोड़ रुपये के घोटाले का मामला और सामने आया था.

और पढ़ें : भारत का पहला 'माल्या' था धर्म तेजा, ये थे उसके कारनामे

यह घोटाला 2011 में ही शुरु हुआ था और इस साल जनवरी के तीसरे सप्ताह में सामने आया जिसके बाद पीएनबी अधिकारियों ने संबंधित एजेंसियों को इसकी सूचना दी थी. पीएनबी ने इस मामले में सीबीआई के समक्ष 13 फरवरी को दूसरी एफआईआर फाइल की थी. इससे पहले सीबीआई ने 28 जनवरी को पीएनबी से पहली शिकायत प्राप्त की थी और 28 जनवरी को केस दर्ज किया था.

और पढ़ें : विजय माल्या को लंदन में भी राहत नहीं, स्विस बैंक UBS जब्त करेगी आलीशान घर

इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब विदेश में स्थित भारतीय बैंकों ने पीएनबी से पैसों की मांग की थी. मामले में सीबीआई और ईडी बैंक अधिकारियों, गीतांजलि ग्रुप के अधिकारियों, नीरव मोदी ग्रुप के अधिकारी सहित कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. फरार नीरव मोदी लंदन में रह रहा है. बता दें कि नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी कई बार ईडी और सीबीआई को घोटाले की रकम को नहीं लौटाने की बात कह चुके हैं.