logo-image

टिड्डी दल का आतंक: गहलोत ने पीएम मोदी से की अपील, घोषित की जाए 'राष्ट्रीय आपदा'

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok gehlot) ने रविवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) को एक पत्र लिख कर ‘‘टिड्डियों के प्रकोप’’ को ‘‘राष्ट्रीय आपदा’’ घोषित का आग्रह किया है.

Updated on: 02 Aug 2020, 10:10 PM

जैसलमेर:

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok gehlot) ने रविवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) को एक पत्र लिख कर ‘‘टिड्डियों के प्रकोप’’ को ‘‘राष्ट्रीय आपदा’’ घोषित का आग्रह किया है. साथ ही, उन्होंने कोविड-19 महामारी के प्रबंधन के सम्बन्ध में राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ शीघ्र संवाद के लिये एक वीडियो कान्फ्रेंस आयोजित करने का भी अनुरोध किया है.

जयपुर से जैसलमेर पहुंचने पर गहलोत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘प्रदेश में टिड्डियों का प्रकोप बहुत भयावह है. राजस्थान के 33 जिलों में दो-तीन जिलों को छोड कर सभी जगहों पर टिड्डियों का हमला हो रहा है. फसल बर्बाद हो रही है.’ उन्होंने कहा, ‘टिड्डियों के प्रकोप को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिये उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है. टिड्डियां पाकिस्तान होकर अफ्रीका और अन्य मुल्कों से होकर भारत में आती है और वहां इनका बहुत खतरनाक रूप से प्रजनन हो रहा है, जब तक इन्हें नहीं रोका जायेगा तक तक फसलों को नहीं बचाया जा सकता है.’

इसे भी पढ़ें:नया सीरो सर्वेक्षण : 50 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोगों के एक चौथाई नमूने लिए जाएंगे

उन्होंने कहा कि टिड्डियों के पिछली बार के हमले में खरीफ और रबी की फसल बर्बाद हो गई. अब इनके हमले से और फसल बर्बाद होने की संभावना है. अगले साल की शुरूआत में फिर रबी की फसल आयेगी. ऐसे में, किसान क्या करेंगे.

उन्होंने कहा, ‘सरकार की ओर से किसानों को पूरा मुआवजा मिलना चाहिए. मैं उम्मीद करता हूं कि प्रधानमंत्री इस ओर ध्यान देंगे.’ उन्होंने कहा कि देश के सभी मुख्यमंत्रियों की प्रधानमंत्री के साथ हुई वीडियो कांफ्रेंस में भी मैंने टिड्डियों के हमले से किसानों को हुए नुकसान का मुद्दा उठाया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यह ध्यान है कि राजस्थान में टिड्डियों का प्रकोप पहुंच चुका है. उस वक्त तक गुजरात पहुंच गया था और अब तो अधिकांश राज्यों में पहुंच चुका है. इसलिये सरकार को प्रमुखता से इसे प्राथमिकता देनी चाहिए.

और पढ़ें:'आडवाणी, जोशी को राम मंदिर ट्रस्ट ने भेजा भूमि पूजन का आमंत्रण'

गहलोत ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा, ‘आपके द्वारा राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ अंतिम बार दिनांक 17 जून को किए गए संवाद के बाद कोविड-19 के सूचकांकों एवं राज्यों के आर्थिक परिदृश्य में लम्बी अवधि के लॉकडाउन के कारण काफी बदलाव हो चुका है. अतः मेरा आपसे यह अनुरोध रहेगा कि वर्तमान परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में कोविड-19 महामारी के प्रबन्धन के सम्बन्ध में राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ शीघ्र संवाद हेतु वीडियो कान्फ्रेंस आयोजित की जाए.’