logo-image

International Yoga Day 2021: 'योग से सहयोग' तक का मंत्र, पढ़िए PM नरेंद्र मोदी के भाषण की बड़ी बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग दिवस के मौके पर देशवासियों को संबोधित किया है. पीएम मोदी ने इस दौरान योग से जुड़ी कई अहम बातों पर जोर डाला.

Updated on: 21 Jun 2021, 08:24 AM

highlights

  • आज 7वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
  • PM ने किया कार्यक्रम को संबोधित
  • योग से जुड़ी अहम बातों पर दिया जोर

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस महामारी के बीच पूरी दुनिया आज योग दिवस मना रही है. योग दिवस पर इस साल की थीम 'योग फॉर वेलनेस' रखी गई है, जो शारीरिक और मानसिक कल्याण के लिए योग का अभ्यास करने पर केंद्रित है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देश के भी अलग अलग कोनों में योगाभ्यास किया जा रहा है. महामारी के बीच लोग अपने घरों पर ही योग कर रहे हैं. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग दिवस के मौके पर देशवासियों को संबोधित किया है. पीएम मोदी ने इस दौरान योग से जुड़ी कई अहम बातों पर जोर डाला.

यह भी पढ़ें : Yoga Day LIVE Updates: लद्दाख में 18 हजार फीट की ऊंचाई पर ITBP जवानों ने योगाभ्यास किया 

पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें इस प्रकार हैं-

योग उम्मीद की एक किरण भी बना हुआ है

पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत में देशवासियों को योग दिवस की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि आज जब पूरा विश्व कोरोना महामारी का मुकाबला कर रहा है तो योग उम्मीद की एक किरण भी बना हुआ है. उन्होंने कहा कि 2 साल से दुनियाभर के देशों में और भारत में भले ही बड़ा सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित न हुआ हो, लेकिन योग दिवस के प्रति उत्साह जरा भी कम नहीं हुआ है.

योग दिवस पर हर व्यक्ति के स्वस्थ होने की कामना

मोदी ने कहा कि कोरोना के बावजूद इस बार की योग दिवस की थीम 'योग फॉर वेलनेस' ने करोड़ों लोगों में योग के प्रति उत्साह को और बढ़ाया. मैं आज योग दिवस पर ये कामना करता हूं कि हर देश हर समाज और हर व्यक्ति स्वस्थ हो. सब एक साथ मिलकर एक दूसरे की ताकत बनें.

लोगों में योग का उत्साह और बढ़ा है

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के डेढ़ वर्षों में भारत समेत कितने ही देशों ने बड़े संकट का सामना किया. दुनिया के अधिकांश देशों के लिए योग दिवस उनका सदियों पुराना सांस्कृतिक पर्व नहीं है. इस मुश्किल समय में इतनी परेशानी में लोग इसे आसानी से भूल सकते थे. लेकिन लोगों में योग का उत्साह और बढ़ा है, योग से प्रेम बढ़ा है.

कठिन समय में योग आत्मबल का एक बड़ा माध्यम बना

उन्होंने कहा कि कोरोना के अदृश्य वायरस ने जब दुनिया में दस्तक दी थी, तब कोई भी देश साधनों से सामर्थ्य से और मानसिक अवस्था से इसके लिए तैयार नहीं था. ऐसे कठिन समय में योग आत्मबल का एक बड़ा माध्यम बना. योग ने लोगों में ये भरोसा बढ़ाया कि हम इस बीमारी से लड़ सकते हैं. पीएम मोदी ने कहा, 'महान तमिल संत श्री तिरुवल्लुवर जी ने कहा कि अगर कोई बीमारी है तो उसकी जड़ तक जाओ, बीमारी की वजह क्या है वो पता करो, फिर उसका इलाज शुरू करो. योग यही रास्ता दिखाता है.'

यह भी पढ़ें : Corona Virus Live Updates: वैक्सीन के प्रति 'जान है तो जहान है' जागरूकता अभियान आज से

आज योग के पहलू पर साइंटिफिक रिसर्च हो रही है

योग दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज मेडिकल साइंस भी उपचार से साथ-साथ हीलिंग पर भी उतना ही बल देता है और योग हीलिंग प्रोसेस में उपकारक है. मुझे संतोष है कि आज योग के इस पहलू पर दुनियाभर के विशेषज्ञ अनेक प्रकार के साइंटिफिक रिसर्च भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत के ऋषियों ने, भारत ने जब भी स्वास्थ्य की बात की है, तो इसका मतलब केवल शारीरिक स्वास्थ्य नहीं रहा है. इसीलिए, योग में फिजिकल हेल्थ के साथ साथ मेंटल हेल्थ पर इतना जोर दिया गया है.

योग हमें अवसाद से उमंग और प्रमाद से प्रसाद तक ले जाता है

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में योग से हमारे शरीर को होने वाले फायदों पर, हमारी इम्युनिटी पर होने सकारात्मक वाले प्रभावों पर कई स्टडीज हो रही हैं. आजकल कई स्कूलों में ऑनलाइन क्लास की शुरुआत में 10-15 मिनट बच्चों को योग, प्राणायाम कराया जा रहा है. ये कोरोना से मुकाबले के लिए भी बच्चों की शारीरिक रूप में तैयारी करा रहा है.

योग हमें स्ट्रेस से स्ट्रेंथ का रास्ता दिखाता है

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने कहा कि योग से हमें अनुभव होता है कि हमारी विचार शक्ति, आंतरिक सामर्थ्य इतनी ज्यादा है कि कोई परेशानी, नकारात्मकता हमें तोड़ नहीं सकती. योग हमें स्ट्रेस से स्ट्रेंथ की ओर और नेगेटिविटी से क्रिएटिविटी का रास्ता दिखाता है. योग हमें अवसाद से उमंग और प्रमाद से प्रसाद तक ले जाता है.

अब विश्व को  M-Yoga एप की शक्ति मिलेगी

उन्होंने कहा कि जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था तो उसके पीछे ये ही भावना थी कि योग विज्ञान पूरे विश्व के लिए सुलभ हो. इस दिशा में भारत ने संयुक्त राष्ट्र, WHO के साथ मिलकर एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है. अब विश्व को M-Yoga एप की शक्ति मिलने जा रही है.

M-Yoga ऐप 'वन वर्ल्ड वन हेल्थ' के प्रयासों को सफल बनाएगा

उन्होंने कहा कि इस ऐप में कॉमन योगा प्रोटोकॉल के आधार पर योग प्रशिक्षण के कई वीडियो दुनिया की अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध होंगे. ये आधुनिक तकनीकी और प्राचीन विज्ञान के फ्यूजन का भी एक बेहतरीन उदाहरण है. मुझे पूरा विश्वास है M-Yoga ऐप योग का विस्तार दुनियाभर में करने और 'वन वर्ड वन हेल्थ' के प्रयासों को सफल बनाने में बड़ी भूमिका निभाएगा.

यह भी पढ़ें : दिल्ली में खुलेंगे बार-पार्क, यूपी में पूरी क्षमता से ऑफिस और बाजार

योग के पास कोई न कोई समाधान जरूर

पीएम मोदी ने कहा कि सबको साथ लेकर चलने वाली मानवता की इस योग यात्रा को हमें ऐसे ही अनवरत आगे बढ़ना है. कोई भी स्थान हो, कोई भी परिस्थिति हो, कोई भी आयु हो, हर एक के लिए योग के पास कोई न कोई समाधान जरूर है.