कर्नाटक विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अपने ही दलित सांसदों से विरोध झेल रही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अब उन्हें मनाने की जुगत में लग गई है। पीएम नरेंद्र मोदी अब सीधे तौर पर नाराज सांसदों से संवाद करेंगे।
बीजेपी इस मीटिंग के जरिए दलित सांसदों की जो भी शिकायतें हैं उनका समाधान करने की कोशिश करेगी।
बता दें कि पिछले एक हफ्ते के अंदर ही बीजेपी के चार सांसद पीएम मोदी को दलितों के मुद्दे पर पत्र लिख चुके हैं। इतना ही नहीं इन सांसदों ने लिखे हुए पत्रों को सार्वजनिक भी किया है। यह सिलसिला आगे न बढ़े इसलिए पार्टी जल्द ही सांसदों की मीटिंग को आयोजित करने में जुटी है।
पार्टी का इस दौरान मानना है कि अगर इस तरह के पत्र सामने आना बंद नहीं हुए तो इसका सीधा असर कर्नाटक में होने वाले चुनावों पर पड़ेगा।
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बता दें कि कर्नाटक में दलित वोटर्स का आंकड़ा 19 फीसदी है। ऐसे में पार्टी बिहार की गलती को दोहराना नहीं चाहती है। यह वजह है कि पार्टी अब इस एजेंडे पर जोर-शोर से काम करने में जुट गई है।
शिकायतों को लेकर पीएम को पत्र लिखने वाले सांसदों समेत अन्य सभी दलित सांसदों को इस मीटिंग में बुलाया जाएगा और उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश की जाएगी।
बीजेपी के लोकसभा और राज्यसभा में बड़ी संख्या में दलित सांसद हैं। वहीं जिन सांसदों ने पीएम को खत लिखकर शिकायत की है वह दूसरे दलों से बीजेपी में आए हैं। बावजूद इसके बीजेपी इन सभी की शिकायतों को दूर करने के लिए काम कर रही है।
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Source : News Nation Bureau