logo-image

PM मोदी 3 दिन तक लगातार मंत्रियों के साथ करेंगे मैराथन बैठक, इन मुद्दों पर होगी चर्चा

मंत्रिमंडल के कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 3 दिन तक लगातार बैठक करेंगे. संसद भवन के ऑडिटोरियम में केंद्रीय मंत्रिमंडल की मीटिंग होगी. 10 अगस्त से लेकर 12 अगस्त तक हर रोज शाम 6 बजे से पीएम मोदी की मैराथन बैठक होगी.

Updated on: 06 Aug 2021, 10:45 PM

नई दिल्ली:

मंत्रिमंडल के कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 3 दिन तक लगातार बैठक करेंगे. संसद भवन के ऑडिटोरियम में केंद्रीय मंत्रिमंडल की मीटिंग होगी. 10 अगस्त से लेकर 12 अगस्त तक हर रोज शाम 6 बजे से पीएम मोदी की मैराथन बैठक होगी. इस दौरान सभी मंत्रालय अपने एक साल के एजेंडे के साथ आएंगे. साथ ही संसद में हंगामे की वजह से किस मंत्रालय का कौन-सा बिल प्रभावित हुआ उसके लिस्ट के साथ आएंगे. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी कई मुद्दों पर अपने मंत्रियों से विचार-विमर्श भी करेंगे.

यह भी पढे़ं : यंगस्टर्स की पहली पसंद बनते जा रहे सिधु मूसे वाला के गाने, ये हैं 10 सुपरहिट सॉंग्स

आपको बता दें कि पेगासस समेत कई मुद्दों को लेकर संसद में बवाल मचा हुआ है. जासूसी कांड को लेकर विपक्ष लगातार संसद में बहस की मांग कर रहा है. भारत में इसके जरिए कई पत्रकारों और चर्चित हस्तियों के फोन की जासूसी करने का दावा किया जा रहा है. केंद्र सरकार ने राज्यसभा में पेगासस से जुड़े सवाल को खारिज करने की मांग की है कि क्या सरकार ने इजरायल की साइबर सुरक्षा फर्म NSO ग्रुप के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया है या नहीं. 

विपक्ष के हंगामे की वजह से केंद्र सरकार संसद में कई बिल पास नहीं करा पाई है. इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार तीन दिन तक मंत्रियों के साथ बैठक करने का फैसला लिया है. इस बैठक में देश के अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी. 

यह भी पढे़ं : सुप्रीम कोर्ट का फैसला अमेजन के पक्ष में, इमरजेंसी आर्ब्रिटेटर का आदेश बरकरार (लीड-1)

वहीं, प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेशों में भारतीय मिशनों के प्रमुखों और व्यापार की दुनिया के लोगों के साथ बातचीत की है, 'लोकल गोज ग्लोबल - मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड' विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज फिजिकल, टेक्नोलॉजीकल और फाइनेंसियल कनेक्टिविटी की वजह से दुनिया हर रोज और छोटी होती जा रही है. ऐसे में हमारे Exports के Expansion के लिए दुनिया भर में नई संभावनाएं बन रही हैं. इस वक्त हमारा एक्सपोर्ट GDP का लगभग 20 प्रतिशत है. 

उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था के साइज़, हमारे Potential, हमारी मैन्युफेक्चरिंग और सर्विस इंडस्ट्री के बेस को देखते हुए इसमें बहुत वृद्धि की संभावना है. तीसरा- एक्सपोर्टर्स के साथ सरकार कंधे से कंधा मिलाकर चले. और चौथा फैक्टर, जो आज के इस आयोजन से जुड़ा है, वो है- भारतीय प्रॉडक्ट्स के लिए इंटरनेशनल मार्कट. एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए चार फैक्टर्स बहुत महत्वपूर्ण हैं. इस बातचीत में ट्रेड और कॉमर्स सेक्टर से जुड़े देश के स्टेकहोल्डर भी हिस्सा ले रहे हैं.