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पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार को चक्रवात प्रभावित इलाकों का करेंगे हवाई सर्वेक्षण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को गुजरात और केंद्र शासित दमन और दीव का दौरा करेंगे. चक्रवात ताउते से उत्पन्न हुई परस्थिति और नुकसान का जायजा लेंगे. वह अहमदाबाद में एक समीक्षा बैठक भी करेंगे.

Updated on: 18 May 2021, 11:27 PM

highlights

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को करेंगे गुजरात का दौरा
  • पीएम चक्रवात प्रभावित इलाकों का करेंगे हवाई सर्वेक्षण
  • गुजरात में भीषण चक्रवात तौकते से हुई तबाही

 

नई दिल्ली:

पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार को चक्रवात प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को गुजरात और केंद्र शासित दमन और दीव का दौरा करेंगे और चक्रवात ताउते से उत्पन्न हुई परस्थिति और नुकसान का जायजा लेंगे. चक्रवात तूफान ताउते से देश के कई राज्यों को नुकसान पहुंचा है. पीएम मोदी अहमदाबाद में एक समीक्षा बैठक भी करेंगे. सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री सुबह साढ़े नौ बजे दिल्ली से रवाना होंगे और सीधे भावनगर पहुंचेंगे. यहां से वह हेलीकॉप्टर के जरिए उना, दीव, जाफराबाद और महुवा इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और नुकसान का जायजा लेंगे.

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गुजरात में भीषण चक्रवात तौकते से हुई तबाही

गुजरात में भीषण चक्रवात तौकते से हुई तबाही में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई है. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि प्रशासन तलाश एवं बचाव अभियान चलाने में पूरी तरह क्रियाशील है. भीषण चक्रवात के मंगलवार शाम तक राज्य में उत्तर की ओर अपनी यात्रा जारी रखने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री ने मीडिया को बताया, हमने गुजरात में तौकते से हुई तबाही के कारण कल रात से तीन मौतों के मामलों की पुष्टि की है. हाल ही में बनी दीवार गिरने से एक 3 साल के बच्चे की मौत हो गई. गरियाधर तहसील में एक 80 वर्षीय महिला की मौत हो गई और एक और मौत वापी में रिपोर्ट की गई थी.

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मुख्यमंत्री ने कहा, पिछली रात से जब चक्रवात ने दस्तक दी, तब से यह राज्य में उत्तर की ओर अपनी यात्रा जारी रखे हुए है. लेकिन चक्रवात कुछ कमजोर हुआ है. प्रशासन की विस्तृत योजना के कारण, कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है. हमने 2 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है. हमारी सबसे बड़ी चिंता यह थी कि अस्पतालों में कोविड का इलाज प्रभावित हो सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है. केवल 16 अस्पतालों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई, जिसमें से 12 में बिजली कंपनियों ने बिजली बहाल कर दी. बाकी 4 अस्पतालों में, जनरेटर के माध्यम से आपूर्ति की जा रही है. शीघ्र ही वहां भी बिजली बहाल कर दी जाएगी.

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सीएम ने कहा, हमारी दूसरी चिंता यह थी कि महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा जैसे अन्य राज्यों को आपूर्ति की जाने वाली अधिकांश ऑक्सीजन प्रभावित हो सकती है. मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि 2,437 गांवों में बिजली काट दी गई है, जिसमें से 484 गांवों में बिजली बहाल कर दी गई है. सीएम ने मंगलवार को कहा, .बिजली कंपनियों की सभी टीमें काम कर रही हैं और हर जगह बिजली बहाल करने की कोशिश कर रही हैं. 220 किलो वाट के दो स्टेशन प्रभावित हुए हैं और उन्हें बहाल करने के प्रयास जारी हैं.

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सीएम के मुताबिक, चक्रवाती हवाओं के कारण सौराष्ट्र के प्रभावित जिलों में 1,081 बिजली के खंभे उखड़ गए हैं. कुल 159 सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और यह अनुमान लगाया गया है कि लगभग 40,000 पेड़ उखड़ गए हैं या गिर गए हैं. सड़क और भवन टीमों ने 42 सड़कों पर आवागमन बहाल कर दिया है.

सीएम ने कहा, प्राथमिक आकलन के अनुसार अब तक झोपड़ियों सहित लगभग 16.5 हजार घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं, लेकिन सर्वेक्षण अभी भी जारी है, क्योंकि चक्रवात अभी तक राज्य से बाहर नहीं निकला है. सौराष्ट्र के कई हिस्सों में तेज हवाओं और भारी बारिश के साथ भीषण चक्रवात तौकते ने गुजरात को प्रभावित किया. सबसे ज्यादा बारिश 9 इंच की बगासरा तहसील में हुई. जूनागढ़ के गिर-गढ़ाडा क्षेत्र और ऊना क्षेत्र में 8 इंच बारिश हुई, जबकि सावरकुंडला तहसील में 7 इंच बारिश हुई. अमरेली जिले की अमरेली, राजुला, बाबरा तहसील में लगभग 5 इंच बारिश हुई. 35 तहसीलों में 1-3 इंच बारिश हुई.