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PM मोदी 17 फरवरी को नैसकॉम लीडरशिप फोरम को करेंगे संबोधित 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नैसकॉम टेक्नोलॉजी एंड लीडरशिप फोरम (एनटीएलएफ) को संबोधित करेंगे. मोदी दोपहर 12.30 बजे इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में अपना भाषण देंगे.

Updated on: 15 Feb 2021, 08:13 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नैसकॉम टेक्नोलॉजी एंड लीडरशिप फोरम (एनटीएलएफ) को संबोधित करेंगे. मोदी दोपहर 12.30 बजे इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में अपना भाषण देंगे. यह नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनीज (नैस्कॉम) का प्रमुख आयोजन है. एनटीएलएफ के 29वें संस्करण का आयोजन 17 से 19 फरवरी तक चलेगा. इस वर्ष के आयोजन का विषय 'भविष्य को बेहतर सामान्य की दिशा में आकार देना' है. इस कार्यक्रम में 30 से अधिक देशों के 1,600 प्रतिभागी 30 से अधिक उत्पाद प्रदर्शित करेंगे.

एनटीएलएफ के अनुसार, यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो 190 अरब डॉलर के उद्योग पारिस्थितिकी तंत्र की आवाज है. नैसकॉम की वेबसाइट के मुताबिक, आयोजन का उद्देश्य एनटीएलएफ 2021 के माध्यम से सीखने के व्यापक अनुभव के लिए एक मंच बनाना है.

एनटीएलएफ का उद्देश्य इन तीन प्रमुख उद्देश्यों को पूरा करना है- प्रौद्योगिकी उत्सव मनाना, बेहतर भविष्य निर्माण के लिए रोडमैप तैयार करना और इस अति आभासी दुनिया (हाइपर वर्चुअल वर्ल्ड) में विश्वस्त और जिम्मेदार टेक्नोलॉजी के महत्व को सामने लाना.

मोदी सरकार का आत्मनिर्भर भारत के लिए अहम कदम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भू-स्थानिक डेटा के अधिग्रहण और उत्पादन को नियंत्रित करने वाली नीतियों का उदारीकरण 'आत्मनिर्भर भारत' के लिए सरकार की नजर में एक बड़ा कदम है. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह रोजगार पैदा करेगा और आर्थिक विकास को गति देगा. प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर कहा कि ये सुधार देश के स्टार्ट-अप, निजी क्षेत्र, सार्वजनिक क्षेत्र और अनुसंधान संस्थानों के लिए नवाचारों को चलाने का निर्माण करने के लिए बड़े अवसर प्रदान करेंगे.

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने एक निर्णय लिया है जो 'डिजिटल इंडिया' के लिए एक बड़ी प्रेरणा होगी. भू-स्थानिक डेटा के अधिग्रहण और उत्पादन को नियंत्रित करने वाली नीतियों का उदारीकरण करना, आत्मानिभर भारत के लिए हमारी दृष्टि में एक बड़ा कदम है. पीएम मोदी ने कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन को लेकर कहा कि, भू-स्थानिक और सुदूर-संवेदन आंकड़ों की क्षमता का लाभ हमारे किसान भी उठा सकते हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि डेटा के लोकतंत्रीकरण से नई प्रौद्योगिकियों और प्लेटफार्मों का उदय होगा जो कृषि और संबद्ध क्षेत्रों को मजबूत बनाएगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि ये सुधार भारत में व्यापार करने को बेहतर बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हैं.