प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने बजट सत्र के दौरान सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने संसद के राष्ट्रपति के भाषण पर अपने-अपने विचार रखने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया. प्रधानमंत्री ने सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को भी याद किया. उन्होंने कहा कि इतने लंबे समय तक उनकी आवाज ने देश को भावनाओं से भर दिया. कोरोना काल के बाद विश्व एक नए वर्ल्ड ऑर्डर नई व्यवस्थाओं की तरफ बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। ये एक ऐसा टर्निंग प्वाइंट है कि हमें एक भारत के रूप में इस अवसर को गंवाना नहीं चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के इतने सालों के बाद गरीब के घर में रोशनी होती है, तो उसकी खुशियां देश की खुशियों को ताकत देती हैं. गरीब के घर में गैस का कनेक्शन हो, धुएं वाले चूल्हे से मुक्ति हो तो उसका आनंद कुछ और ही होता है. हम सब संस्कार से, व्यवहार से लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्ध लोग हैं और आज से नहीं, सदियों से हैं. ये भी सही है कि आलोचना जीवंत लोकतंत्र का आभूषण है, लेकिन अंधविरोध लोकतंत्र का अनादर है.
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इतने वर्षों तक देश पर राज करने वाले और महलनुमा घरों में रहने के आदी, छोटे किसान के कल्याण की बात करना भूल गए हैं. भारत की प्रगति के लिए छोटे किसान को सशक्त बनाना जरूरी है. छोटा किसान भारत की तरक्की को मज़बूत करेगा.भारत सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि महामारी के बीच 80 करोड़ से अधिक साथी भारतीयों को मुफ्त राशन मिले. हमारी प्रतिबद्धता है कि कोई भी भारतीय भूखा न रहे. पीएम मोदी ने कहा कि अगर हम लोकल के लिए वोकल होने की बात कर रहे हैं तो क्या हम महात्मा गांधी के सपनों को पूरा नहीं कर रहे हैं? फिर विपक्ष द्वारा इसका मजाक क्यों उड़ाया जा रहा था? हमने योग और फिट इंडिया की बात की, लेकिन विपक्ष ने भी इसका मजाक उड़ाया. #COVID19 के इस समय में कांग्रेस पार्टी ने सारी हदें पार कर दी. पहली लहर के दौरान, जब लोग लॉकडाउन का पालन कर रहे थे, दिशानिर्देश सुझाव दे रहे थे कि लोग जहां हैं वहीं रहें, तब कांग्रेस मुंबई स्टेशन पर खड़ी थी और निर्दोष लोगों को डरा रही थी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि इतने चुनाव हारने के बाद आपके (कांग्रेस) 'अहंकार' में कोई बदलाव नहीं आया है. आज़ादी के इतने सालों के बाद ग़रीब के घर में रोशनी होती है, तो उसकी खुशियां देश की खुशियों को ताक़त देती हैं. ग़रीब के घर में गैस का कनेक्शन हो, धुएं वाले चूल्हे से मुक्ति हो तो उसका आनंद कुछ और ही होता है. कोरोना महामारी के बाद एक नई विश्व व्यवस्था हुई है. भारत को एक नेता के रूप में पहचाना जा रहा है। भारत को वैश्विक नेतृत्व की भूमिका निभानी चाहिए.
Source : News Nation Bureau