प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक जरूरी थी. उन्होंने कहा कि सर्जिकल बेहद खतरनाक था, सैनिकों की सुरक्षा की चिंता थी. हमने सैनिकों को सूर्योदय से पहले लौटने को कहा था. सैनिकों की सुरक्षा मेरी पहली प्राथमिकता थी. उन्होंने आगे कहा कि मिशन सक्सेस हो या नहीं, लेकिन सूर्योदय से पहले वे लौट आएं.
सर्जिकल स्ट्राइक में हमने बड़ा रिस्क लिया था. जिन जवानों को हमने सीमा के पार भेजा था उनके लौटने तक हमारी सांसें अटकी हुई थीं. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें बताया गया था कि हमारे जवान ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाकर वापस लौट आएंगे लेकिन हमारी सांसें अटकी हुई थीं. पीएम ने कहा कि हमें यह भी बताया गया था कि सुबह होने के पहले जवान अपनी सीमा में होंगे लेकिन जब तक सारे जवान वापस नहीं लौट आए हमारी चिंता बनी हुई थी.
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सुधारना है तो एक लड़ाई काफी नहीं है. कश्मीर में आतंकवाद और पाकिस्तान के रवैये पर बेबाकी से अपनी राय रखते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सीमापार से आतंकवाद का निर्यात हो रहा है. पीएम मोदी ने कहा, 'एक लड़ाई से पाकिस्तान सुधर जाएगा ये सोचना बड़ी गलती होगी. पाकिस्तान को सुधारने में और समय लगेगा.'
बता दें कि 28 सितंबर 2016 में सेना ने नियंत्रण रेखा के पार जाकर भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी. सेना ने उरी में उसी साल हुए हमले का बदला लेने के लिए यह कार्रवाई की थी. उरी हमले में पाकिस्तानी सेना ने आग लगा कर भारत के 10 सैनिकों की हत्या कर दी थी.
Source : News Nation Bureau