UN में पीएम मोदी बोले- आयुष्मान भारत दुनिया का सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज रात 8 बजे संयुक्त राष्ट्र (UN) की आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के सत्र को संबोधित करेंगे.
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) संयुक्त राष्ट्र (UN) की आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के सत्र को संबोधित कर रहे हैं. पिछले महीने UNSC में मिली जीत के बाद संयुक्त राष्ट्र में पीएम मोदी का यह पहला संबोधन है.इस साल संयुक्त राष्ट्र के उच्च स्तरीय सत्र की थीम है, 'कोविड-19 के बाद बहुपक्षवाद: 75वीं वर्षगांठ पर हमें किस तरह के संयुक्त राष्ट्र की आवश्यकता है.'
बता दें कि सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य के तौर पर भारत को निर्वाचित किया गया है.भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में 2021-22 के लिए निर्वाचित हुआ है. संयुक्त राष्ट्र की 75वीं सालगिरह के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा- भारत शुरुआत से ही संयुक्त राष्ट्र के और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद विकास कार्यों का सक्रिय रूप से समर्थन किया है.यूएनईएससी के पहले अध्यक्ष भी भारतीय ही थे.भारत ने इसके एजेंडा को स्वरूप देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- दुनिया में शांति और सद्भाव स्थापित करने के लिए सभी का योगदान बहुत जरूरी है. हम सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त कर रहे हैं और इस काम में दूसरे विकासशील देशों की मदद भी कर रहे हैं. चुनौतियों से जीतने के लिए हमें मिलकर लड़ना होगा.
पीएम मोदी ने कहा- देश के छह लाख गांवों में पूर्ण स्वच्छता प्राप्त करके हमने पिछले साल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई. हम महिलाओं को सशक्त बनाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने यूएन को संबोधित करते हुए कहा- हमने सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध का अभियान चलाया.हम विकास के रास्ते पर आगे बढ़ते हुए पर्यावरण के बारे में भी सोच रहे हैं.पांच साल में हमने 38 मिलियन कार्बन उत्सर्जन कम किया है.
पीएम मोदी ने यूएन में बताया कि हमने छह साल में 40 करोड़ बैंक खाते खोले हैं. जरूरतमंद लोगों के खातों में हमने सीधे राहत राशि पहुंचाई है.
पीएम मोदी ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया बहुत बदल गई है. भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है और हम विकासशील देशों की मदद कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि आज संयुक्त राष्ट्र 193 सदस्य देशों के साथ लेकर आया है. इसकी सदस्यता के साथ साथ संगठन से उम्मीदें भी बढ़ी हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2030 के एजेंडा को हासिल करने के लिए भारत पूरी कोशिश कर रहा है. हमारा मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है. हम किसी को पीछे नहीं छोड़ सकते हैं. हम जनता को हर मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत हैं.
Our motto is 'Sabka Saath, Sabka Vikaas, Sabka Vishwas' - meaning 'Together, for everyone's growth, with everyone's trust'. This resonates with the core SDG principle of leaving no one behind: PM Narendra Modi pic.twitter.com/JouFBTOJvm
— ANI (@ANI) July 17, 2020
पीएम मोदी ने कहा - आज, अपने घरेलू प्रयासों के माध्यम से, हम फिर से एजेंडा 2030 और सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में एक प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं. हम उनके सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने में अन्य विकासशील देशों का भी समर्थन कर रहे हैं.
Today, through our domestic efforts, we are again playing a salient role in achieving Agenda 2030 and the Sustainable Development Goals. We are also supporting other developing countries in meeting their Sustainable Development Goals: PM Modi pic.twitter.com/bokRVdEuYj
— ANI (@ANI) July 17, 2020
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई में हमने 150 से ज्यादा देशों में स्वास्थ्य और अन्य सेवाओं का विस्तार किया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि हम खाद्य सुरक्षा योजना लाए जिससे 80 करोड़ से ज्यादा नागरिकों को फायदा मिला है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना से साल 2022 तक जब भारत अपनी आजादी की 75वीं सालगिरह मना रहा होगा तब तक हर भारतीय का अपना घर होगा.
पीएम मोदी ने कहा- हमने आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाया. हम सभी प्राकृतिक आपदाओं से लड़े.अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए विशेष पैकेज लाए.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना से लड़ाई को हमने जन आंदोलन बनाया. उन्होंने कहा, 'हमने सार्क इमरजेंसी फंड बनाया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमनें गरीबों के लिए घर बनाए. इलाज के लिए आयुष्मान योजना लाए. आयुष्मान भारत दुनिया का सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम है.
संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 24 अक्टूबर, 1945 में हुई थी.इस दिन संयुक्त राष्ट्र अधिकार पत्र पर 50 देशों ने हस्ताक्षर किए थे.
संयुक्त राष्ट्र एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है.इस अंतरराष्ट्रीय संगठन का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और वैश्विक स्तर पर शांति कायम रखना है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की अस्थाई सदस्यता प्राप्त होने के बाद पीएम मोदी का यह पहला संबोधन है.इससे पहले जनवरी 2016 में पीएम मोदी ने ईसीओएसओसी की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर मुख्य भाषण दिया था.
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