ऑक्सीजन की कमी पर पीएम मोदी गंभीर, समीक्षा बैठक कर दिए निर्देश
जरूरत के हिसाब से राज्यों को ऑक्सीजन की सुगम आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये नियंत्रण कक्ष बनाने और सिलेंडरों तथा टैंकरों की आवश्यकता की समीक्षा होगी.
highlights
- ऑक्सीजन की किल्लत पर पीएम मोदी ने की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक
- केंद्रीय मंत्रालय और राज्य सरकारों के बीच बेहतर तालमेल पर जोर
- 50 हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन विदेशों से आयात करने का फैसला
नई दिल्ली:
कोरोना वायरस संक्रमण (Corona Virus) के बढ़ते कहर के बीच ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी ने स्थिति को और भयावह बना दिया है. मुंबई, दिल्ली सहित बड़े शहरों में अस्पतालों में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मच गया है. ऑक्सीजन की कमी की शिकायतों और बढ़ती मांग के बीच पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार ने विदेशों से ऑक्सीजन आयात का फैसला किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सरकार 50 हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन का आयोत करेगी. इस कड़ी में खबर आ रही है कि प्रधानमंत्री ने इसको लेकर शुक्रवार को भी उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की है. इसके साथ ही महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में ऑक्सीजन की किल्लत के बीच केंद्र सरकार (Modi Government) ने राज्यों से कहा है कि वे मेडिकल ऑक्सीजन का सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करें और यह सुनिश्चित करें कि ऑक्सीजन की बर्बादी न हो.
रखी जा रही है व्यापक निगाह और हो रही समीक्षा
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है, 'देश में पर्याप्त मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पीएम मोदी ने व्यापक समीक्षा की है. स्वास्थ्य, डीपीआईआईटी, स्टील, सड़क परिवहन जैसे मंत्रालयों के इनपुट भी पीएम के साथ साझा किए गए. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि मंत्रालय और राज्य सरकार के बीच तालमेल सुनिश्चित किया जाए. ऑक्सीजन निर्माण इकाइयों में उत्पादन बढ़ाया गया है. पहले से स्टॉक मौजूद है. फिलहाल ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में मौजूद है. 'मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इसके अलावा जरूरत के हिसाब से राज्यों को ऑक्सीजन की सुगम आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये नियंत्रण कक्ष बनाने और सिलेंडरों तथा टैंकरों की आवश्यकता की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया गया है.
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राज्यों को भी ऑक्सीजन के इस्तेमाल पर चेताया
इससे पहले केंद्र सरकार ने गुरुवार को राज्यों से मेडिकल ऑक्सीजन का तर्कसंगत उपयोग करने और यह सुनिश्चित करने को कहा कि इसकी बर्बादी न हो. साथ ही उसने कहा कि देश में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 रोगियों के इलाज में मेडिकल ऑक्सीजन महत्वपूर्ण घटक है. महामारी से प्रभावित राज्यों को मेडिकल ऑक्सीजन समेत जरूरी चिकित्सा उपकरण मुहैया कराने के लिये मार्च 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान अधिकारियों के अंतर मंत्रालयी शक्तिसंपन्न समूह का गठन किया गया था.
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7,127 मीट्रिक टन है दैनिक उत्पादन क्षमता
कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए मेडिकल ऑक्सीजन बहुत महत्वपूर्ण है. जिन रोगियों को सांस लेने में तकलीफ होती है उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट दिया जाता है. सरकार ने कहा है कि देश में ऑक्सीजन के लिए लगभग 7,127 एमटी की उत्पादन क्षमता है और आवश्यकतानुसार, इस्पात संयंत्रों के पास उपलब्ध अधिशेष ऑक्सीजन को भी उपयोग में लाया जा रहा है. देश में प्रतिदिन 7,127 एमटी ऑक्सीजन की दैनिक उत्पादन क्षमता है. देश में मेडिकल ऑक्सीजन की अधिकतम खपत महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली जैसे राज्यों द्वारा की जा रही है, जिसके बाद छत्तीसगढ़, पंजाब, राजस्थान का स्थान आता है.
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