Mann ki Baat : इन विषयों पर केंद्रित रहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण, चुनावी राज्यों का भी जिक्र
मन की बात (Mann ki Baat) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann ki Baat) के जरिए देश को संबोधित किया.
नई दिल्ली:
मन की बात (Mann ki Baat) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann ki Baat) के जरिए देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कई अहम विषयों पर अपने विचार रखे तो देशवासियों के खतों को पढ़ा. उनका अधिकतर फोकस 'जल संरक्षण' पर रहा. प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात में चुनावी राज्यों का भी जिक्र किया. मेड इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत को लेकर भी कई बातें नरेंद्र मोदी ने कहीं. इसके अलावा उन्होंने आने वाले वक्त में परीक्षा देने की तैयारी कर रहे छात्रों को भी मंत्र दिया.
आप सब स्वस्थ रहेंगे, खुश रहेंगे, कर्त्तव्य पथ पर डटे रहेंगे, तो देश तेजी से आगे बढ़ता रहेगा- मोदी
इस बार की ‘परीक्षा पे चर्चा’ में युवाओं के साथ-साथ, परिजन और टीचर भी आमंत्रित है. कैसे हिस्सा लेना है, कैसे प्राइज जीतने है, कैसे मेरे साथ डिस्कशन का अवसर पाना है यह सारी जानकारियां आपको माई गर्वमेंट पर मिलेंगी- मोदी
छात्रों को प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्र दिया है. वॉरियर बनना है, वरियर नहीं. हंसते हुए परीक्षा देने जाना और मुस्कराते हुए लौटना है. किसी और से नहीं खुद से स्पर्धा करनी है. पर्याप्त नींद भी लें और टाइम मैनेजमेंट भी करना है. खेलना भी न छोड़ें, क्योंकि जो खेले वो खिले. रिवीजन और याद करने के स्मार्ट तरीके आजमाएं.
भारत में बने कपड़े, भारत के कुशल कारीगरों द्वारा बनाया गया हैंडिक्राफ्ट का समान, भारत के इलेट्रोनिक उपकरण, भारत के मोबाइल, हर क्षेत्र में, हमें, इस गौरव को बढ़ाना होगा. जब हम इसी सोच के साथ आगे बढ़ेंगे, तभी सही मायने में आत्मनिर्भर बन पाएंगे - मोदी
जब दर्जनों देशों तक मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन को पहुंचते हुए देखते हैं तो हमारा माथा और ऊंचा हो जाता है - मोदी
हम अपने देश में बने फाइटर जेट तेजस को कलाबाजियां खाते देखते हैं. भारत में बने टैंक, भारत में बनी मिसाइलें, हमारा गौरव बढ़ाते हैं. समृद्ध देशों में हम मेट्रो ट्रेन के मेड इन इंडिया कोच देखते हैं - मोदी
जब हर देशवासी गर्व करता है, प्रत्येक देशवासी जुड़ता है तो आत्मनिर्भर भारत सिर्फ एक आर्थिक अभियान न रहकर एक राष्ट्रीय भावना बन जाता है - मोदी
आत्मनिर्भरता की पहली शर्त होती है- अपने देश की चीजों पर गर्व होना, अपने देश के लोगों द्वारा बनाई वस्तुओं पर गर्व होना - मोदी
‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ में विज्ञान की शक्ति का बहुत बड़ा योगदान है. हमें विज्ञान को लैब से लैंड के मंत्र के साथ आगे बढ़ाना होगा- मोदी
हम जैसे दुनिया के दूसरे वैज्ञानिकों के बारे में जानते हैं, वैसे ही, हमें भारत के वैज्ञानिकों के बारे में भी जानना चाहिए- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने केरल का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि केरल से योगेश्वरन जी ने नमो ऐप पर लिखा है कि रमन इफेक्ट की खोज ने पूरी विज्ञान की दिशा को बदल दिया था.
आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस भी है. आज का दिन भारत के महान वैज्ञानिक, डॉक्टर सी.वी. रमन जी द्वारा की गई रमन इफेक्ट खोज को समर्पित है - मोदी
आज जब मैं देश के युवाओं में इनोवेटिव स्प्रिट देखता हूं तो मुझे लगता है कि हमारे युवाओं पर संत रविदास जी को जरुर गर्व होता - मोदी
कई बार हमारे युवा एक चली आ रही सोच के दबाव में वो काम नहीं कर पाते, जो करना वाकई उन्हें पसंद होता है- मोदी
अपने तौर तरीके भी खुद बनाइए और अपने लक्ष्य भी खुद ही तय करिए. अगर आपका विवेक, आपका आत्मविश्वास मजबूत है तो आपको दुनिया में किसी भी चीज से डरने की जरुरत नहीं है- मोदी
हमें निरंतर अपना कर्म करते रहना चाहिए, फिर फल तो मिलेगा ही मिलेगा. यानी कर्म से सिद्धि तो होती ही होती है - मोदी
माघ पूर्णिमा के दिन ही संत रविदास जी की जयंती होती है. आज भी, संत रविदास जी के शब्द, उनका ज्ञान, हमारा पथप्रदर्शन करता है - मोदी
जब भी माघ महीने और इसके आध्यात्मिक सामाजिक महत्त्व की चर्चा होती है तो ये चर्चा एक नाम के बिना पूरी नहीं होती. ये नाम है संत रविदास जी का- मोदी
उत्तराखंड के बागेश्वर में रहने वाले जगदीश कुनियाल जी का काम भी बहुत कुछ सिखाता है. जगदीश जी का गांव और आस-पास का क्षेत्र पानी की जरूरतों के लिये के एक प्राकृतिक स्रोत्र पर निर्भर था. लेकिन कई साल पहले ये स्त्रोत सूख गया. इससे पूरे इलाके में पानी का संकट गहराता चला गया. जगदीश जी ने इस संकट का हल वृक्षारोपण से करने की ठानी. उन्होंने पूरे इलाके में गांव के लोगों के साथ मिलकर हजारों पेड़ लगाए और आज उनके इलाके का सूख चुका वो जलस्त्रोत फिर से भर गया है- मोदी
मध्य प्रदेश के अगरोथा गांव की बबीता राजपूत जी भी जो कर रही हैं, उससे आप सभी को प्रेरणा मिलेगी. बबीता जी का गांव बुंदेलखंड में है. उनके गांव के पास कभी एक बहुत बड़ी झील थी जो सूख गई थी. उन्होंने गांव की ही दूसरी महिलाओं को साथ लिया और झील तक पानी ले जाने के लिये एक नहर बना दी- मोदी
भारत के ज्यादातर हिस्सों में मई-जून में बारिश शुरू होती है. वर्षा जल के संचयन के लिए 100 दिन का कोई अभियान शुरू कर सकते हैं. जल शक्ति मंत्रालय कैप द रैन अभियान शुरू करने जा रहा है- मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में चुनावी राज्य तमिलनाडु का भी जिक्र किया. तमिलनाडु में कोई को संरक्षित करने के लिए प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए उन्होंने अभियान चलाया हुआ है. ये लोग अपने इलाके में बंद पड़े कुओं को जीवित कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में चुनावी राज्य बंगाल का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बंगाल के सुजीत जी ने एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि प्रकृति ने जल के रूप में एक सामूहिक उपहार दिया है. जिसे बचानी की जिम्मेदारी भी सामूहिक होनी चाहिए.
माघ का महीना विशेष रूप से नदियों और सरोवरों से जुड़ा हुआ माना जाता है. माघ महीने में किसी भी पवित्र जलाशय में स्नान को पवित्र माना जाता है- नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के मन की बात कार्यक्रम का यह 74वां संस्करण होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोड़ी देर में मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश की जनता को संबोधित करेंगे.
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