logo-image

PM मोदी ने ‘जनता कर्फ्यू’ का समर्थन करने को लेकर द्विपक्षीय समर्थन की सराहना की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कोरोना वायरस (Corona Virus) की रोकथाम के प्रयास के तहत रविवार के लिए ‘जनता कर्फ्यू’ के आह्वान को विभिन्न नेताओं से पार्टी लाइन से हटकर समर्थन मिलने की शुक्रवार को प्रशंसा की.

Updated on: 20 Mar 2020, 10:59 PM

दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कोरोना वायरस (Corona Virus) की रोकथाम के प्रयास के तहत रविवार के लिए ‘जनता कर्फ्यू’ के आह्वान को विभिन्न नेताओं से पार्टी लाइन से हटकर समर्थन मिलने की शुक्रवार को प्रशंसा की और इसे ‘द्विपक्षीय’ समर्थन करार दिया. जनता कर्फ्यू के अपने आह्वान पर विभिन्न नेताओं के ट्वीटों पर उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे प्रयासों में द्विपक्षीय समर्थन बहुत ही प्रशंसनीय है. हमें मिलकर इस खतरे से लड़ना है.’’

यह भी पढ़ेंःशिवराज सिंह चौहान की ओर से BJP MLAs के लिए आयोजित रात्रि भोज रद्द, अब इस दिन होगी विधायक दल की बैठक

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की नेता सुप्रिया सुले ने ट्वीट किया कि देश की जिम्मेदार नागरिक के रूप में वह मोदी द्वारा घोषित जनता कर्फ्यू के प्रति समर्थन देने का संकल्प लेती हैं. प्रधानमंत्री ने तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू के ट्वीटों का भी हवाला दिया जिन्होंने कहा कि यह राष्ट्र के लिए परीक्षा की घड़ी है और हर व्यक्ति इस खतरे से लड़ना चाहिए एवं सामाजिक मेल-जोल से दूर रहना चाहिए.

Corona Virus पर PM नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की अपील की है

कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुरुवार को राष्ट्र को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कोविड-19 (COVID-19) से संबंधित मुद्दों और इससे निपटने के प्रयासों के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि 22 मार्च यानी रविवार को जनता कर्फ्यू करने की अपील की है. मोदी ने कहा कि आओ हम संकल्प करते हैं कि खुद बचें और दूसरों को भी बचाएं.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज कोरोना वायरस ने विश्व को संकट में डाल दिया है. विश्व युद्ध ने इतना संकट नहीं दिया था, जितना आज कोरोना वायरस ने डाल दिया है. कोरोना वायरस का सभी देश डटकर मुकाबला कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से ऐसा माहौल बन रहा है कि सबकुछ ठीक है, लेकिन इस कोरोना वायरस से सजग रहने की बहुत आवश्यक है. उन्होंने कहा कि हमसब मिलकर निर्धारित लक्ष्यों की ओर से बढ़ रहे हैं.

उन्होंने कहा कि आज मैं एक करोड़ देशवासियों से कुछ मांगना आया हूं. मुझे आपको कुछ दिन और कुछ सप्ताह चाहिए. अभी तक कोरोना वायरस को लेकर न तो कोई दवा बन पाई और न ही कोई वैक्सीन बन पाई है. ऐसे में हमें सजग रहना जरूरी है. मोदी ने कहा कि भारत जैसे एक सौ तीन करोड़ की आबादी के सामने कोरोना का ये संकट सामान्य बात नहीं है. कुछ देशों में अचानक कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ा है.

यह भी पढ़ेंःकोरोना वायरस का खौफ राष्ट्रपति भवन तक पहुंचा, रामनाथ कोविंद कराएंगे मेडिकल चेकअप

कोरोना वायरस से बचने के लिए करें ये दो काम

मोदी ने कहा कि कोरोना को लेकर दो बातें प्रमुख हैं. एक संकल्प और दूसरा संयम. संकल्प के अनुसार, हम केंद्र और राज्य सरकारों के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन करेंगे. हम खुद कोरोना वायरस से संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरे को भी बचाएंगे. जब इस बीमारी का कोई दवा नहीं है तो दूसरा उपाय है संयम. इसके तहत घर से नहीं निकला, भीड़ में जाने से बचना जरूरी है.

पीएम मोदी ने कहा कि हमारा संकल्प और संयम इस महामारी को कम करने में बहुत बड़ा भूमिका निभाने वाला है. मेरा देशवासियों से आग्रह है कि आने वाले कुछ सप्ताह तक आप अपना काम और बिजनेस घर से ही करें. समाज के सभी लोगों को बाकी भीड़भाड़ और समारोह से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिग को अपनाएं. मैं देशवासियों से यह भी मांग रहा हूं कि जनता कर्फ्यू. 22 मार्च (रविवार) को सुबह 7 और रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन करना है. इस कर्फ्यू के तहत कोई घर से बाहर न निकलें.

उन्होंने आगे कहा कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का यह अनुभव हमें आने वाले जंग के लिए तैयार करेगा. जनता कर्फ्यू के दिन 22 मार्च को ही मैं आपसे एक और सहयोग चाहता हूं. पिछले 2 माह से कई लोग दिनरात काम में जुटे हुए हैं. जैसे- सफाईकर्मी, डॉक्टर, मीडियाकर्मी, डिलीवरी बॉय जैसे लोग अपने में काम जुटे हुए हैं. ये लोग हर किसी की सेवा करने का प्रयास कर रहे हैं. ये लोग हमारे और कोरोना के बीच में एक शक्ति बनकर खड़ें हैं. ये लोग राष्ट्ररक्षक हैं.

मोदी ने कहा कि रविवार को हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करेंगे. 22 मार्च को शाम पांच बजे अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करेंगे. मेरा सरकारी कर्मचारियों से भी निवेदन है कि वे सायरन बचाकर लोगों तक संदेश पहुंचाएं. उन्होंने कहा कि इस दौरान किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए. मेरे देशवासियों से आग्रह है कि रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल न जाएं.

पीएम ने आगे कहा कि इस महामारी में मध्य वर्ग, गरीब वर्ग को क्षति पहुंची है. कारोबारी वर्ग अपने कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति का ध्यान रखें. हो सकता है कि वित्त मंत्री की टस्क फोर्स हालात का जायजा लेगी. देश में दूध, खाने-पीने का सामान की कमी न हो इसके लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं, इसलिए देशवासियों से आग्रह है कि जरूरी सामान संग्रह करने की होड़ न करें. उन्होंने कहा कि जैसे आप पहले खरीदारी करते थे वैसे ही करें.

पीएम मोदी ने कहा कि आज हर कोई इस वैश्विक महामारी से बचने के लिए योगदान दे रहा है. कुछ दिन में नवरात्रि का पर्व आ रहा है. आओ हम संकल्प करें कि खुद बचें और दूसरों को भी बचाएं.