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पीएम मोदी की वेबसाइट का अकाउंट हुआ था हैक, ट्विटर ने भी की पुष्टि, कहा- जांच जारी है

ट्विटर ने माना है कि पीएम मोदी की निजी वेबसाइट से लिंक अकाउंट हैक कर लिया गया था.

Updated on: 03 Sep 2020, 09:45 AM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल वेबसाइट के ट्विटर अकाउंट को कुछ देर के लिए हैक कर लिया गया था. ट्विटर ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है. ट्विटर ने माना है कि पीएम मोदी की निजी वेबसाइट से लिंक अकाउंट हैक कर लिया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्विटर ने बताया है कि हम इस मामले की जांच कर रहे हैं हालांकि अभी इस बात का पता नहीं चल सका है कि इस अकाउंट के अलावा किसी और भी अकाउंट पर फर्क पड़ा है या नहीं.

बता दें, अकाउंट को हैक करने के बाद हैकर्स ने कोविड-19 रिलीफ फंड के लिए डोनेशन में बिटक्वॉइन की मांग की थी. क्रिप्टो करेंसी के जरिए पैसे देने की मांग की गई थी. पीएम मोदी के वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट पर 25 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हैं. हालांकि इसके तुरंत बाद बोगस ट्वीट्स को डिलीट कर दिया गया.

प्रधानमंत्री की पर्सनल वेबसाइट के ट्विटर अकाउंट पर एक मैसेज में हैकर्स ने लिखा, 'मैं अपील करता हूं कि कोविड-19 के लिए बनाए गए पीएम मोदी रिलीफ फंड में डोनेट करें.' हैकर ने दूसरे ट्वीट में लिखा, 'यह अकाउंट जॉन विक (hckindia@tutanota.com) ने हैक किया है.' हैकर्स ने यह भी लिखा है कि हमने पेटीएम मॉल हैक नहीं किया है. हालांकि इन बोगस ट्वीट्स को डिलीट कर दिया गया है.

बता दें कि 30 अगस्त को ऑनलाइन इंटेलिजेंस कंपनी-साइबल ने कहा था कि एक साइबर अपराध समूह ने पेटीएम मॉल के पूरे डेटाबेस में अप्रतिबंधित पहुंच प्राप्त कर ली और इसके बाद फिरौती की मांग की. साइबल ने कहा था, 'साइबरक्राइम समूह उर्फ 'जॉन विक' पेटीएम मॉल एप्लीकेशन/वेबसाइट पर बैकडॉर/एडमाइनर अपलोड करने में सक्षम हो गया.' हालांकि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने इन दावों से इनकार किया था.

उल्लेखनीय है कि इससे पहले दुनिया भर में प्रमुख व्यक्तियों- अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, पूर्व उप राष्ट्रपति जो बाइडेन के अलावा मार्क ब्लूमबर्ग और अमेजन के सीईओ जेफ बीजोस, माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक बिल गेट्स और टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क के ट्विटर अकाउंट को एक साथ हैक कर लिया गया था. केनये वेस्ट और उनकी पत्नी किम कर्दाशियां वेस्ट जैसी सेलिब्रिटी के ट्विटर अकाउंट भी हैक किये गये थे. इन ट्वीट के जरिये एक अनाम ब्रिटक्वाइन पते पर प्रत्येक 1,000 डॉलर भेजने पर 2,000 डॉलर देने की पेशकश की गई थी. बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है. यह सिर्फ इंटरनेट पर उपलब्ध होती है और उसी के माध्यम से इसका लेन-देना होता है.