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मन की बात में बोले पीएम मोदी- न्यू इंडिया जातिवाद और आतंकवाद के जहर से मुक्त होगा, जानें 10 बड़ी बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल आखिरी दिन 39 वीं बार मन की बात कार्यक्रम को आज सम्बोधित किया।

Updated on: 31 Dec 2017, 01:08 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल आखिरी दिन 39 वीं बार मन की बात कार्यक्रम को आज सम्बोधित किया इस बार भी पीएम मोदी ने कई अहम मुद्दे जैसे ट्रिपल तलाक, स्वच्छ भारत, न्यू इंडिया आदि पर अपनी बात रखी

जानिए मन की बात में पीएम मोदी की कुछ खास बातें:

  • पीएम मोदी ने शुरुआत में सभी देशवासियों को नए साल की बधाई दी उन्होंने कहा कि हमारे देश में निष्काम कर्म की बात होती है क्रिसमस हमें सेवा-भाव का संदेश देता है

  • गुरु गोबिंद सिंह जी ने लोगों को प्रेरित करने का काम किया उन्होंने उत्पीड़न और अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी लोगों को जाति और धर्म के बंधनों को तोड़ने की शिक्षा दी।

  • जो लोग साल 2000 या उसके बाद जन्में है, यानी 21 वीं सदी में जिन्होंने जन्म लिया है वे 1 जनवरी 2018 से एलिजिबल वोटर बनना शुरू हो जाएंगे भारतीय लोकतंत्र, 21 वीं सदी के मतदाताओं का, 'न्यू इंडिया वोटर्स' का स्वागत करता है

  • आपका वोट न्यू इंडिया का आधार बनेगा वोट की शक्ति , लोकतंत्र में सबसे बड़ी शक्ति है लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लेन के लिए वोट सबसे प्रभावी साधन है

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  •  मैं 18 से 25 वर्ष के ऊर्जा और संकल्प से भरे हमारे युवाओं को 'न्यू इंडिया' मानता हूं। 'न्यू इंडिया' का मतलब है- उमंग, उत्साह और ऊर्जा। हमारे ऊर्जावान युवाओं की ताकत और कौशल से ही हमारा 'न्यू इंडिया' का सपना सच होगा।

  • 'न्यू इंडिया' जातिवाद, संप्रदायवाद, आतंकवाद, भ्रष्टाचार के जहर से मुक्त होगा।

  • अनेक लोग अपने-अपने स्तर पर ऐसे काम कर रहे है जिनसे कई लोगों के जीवन में सकारत्मक बदलाव आया है असल में ये ही न्यू इंडिया है छोटी-छोटी खुशियों के साथ हम नए साल में प्रवेश करें और इसकी शुरुआत करें और 'पॉजिटिव इंडिया' से 'प्रोग्रेसिव इंडिया' की ओर कदम बढ़ाएं

  • मैं चाहता हूं कि हर जिले में मॉक पार्लियामेंट का आयोजन हो जहां युवा मिलकर न्यू इंडिया को लेकर मंथन करेंः पीएम मोदी

  • हमारी सरकार ने हज यात्रा के दौरान किसी मुस्लिम महिला के अपने पुरुष अभिभावक के बिना जाने की पाबंदी जिसे मेहरम भी कहा जाता है उसे संज्ञान में लिया आजादी के 70 साल भी यह भेदभाव कायम था हमने इस पाबंदी को हटा दिया। तीन तलाक पर समाज कि भलाई के लिए कदम उठाया

  •  26 जनवरी, 2018 का दिन इस बार खास होगा इस बार समारोह के लिए 10 AESAN देशों के नेता मुख्य-अतिथि के रूप में भारत आएंगे ऐसा भारत के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ है

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