पीएम नरेंद्र मोदी (PM Naredra Modi) मंगलवार को दो दिवसीय दौरे के लिए रूस रवाना हो गए हैं. वहां बुधवार को पीएम मोदी की रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से होगी. इस दौरान दोनों के बीच कश्मीर समेत कई मुद्दों पर विस्सतृत चर्चा होगी.
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पीएम नरेंद्र मोदी 5 सितंबर को वहां ईस्टर्न इकोनोमिक फोरम (ईईएफ) की बैठक में शिरकत करने के साथ ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ भारत-रूस सालाना शीर्ष बैठक की भी अगुवाई करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी मुख्य अतिथि के रूप में ईस्टर्न इकोनोमिक फोरम को संबोधित करेंगे.
बताया जा रहा है कि शीर्ष बैठक के बाद दो ऐसी अहम घोषणाएं होंगी जो भारत और रूस के रिश्तों को नई दिशा देंगे. इसके तहत दोनों देश अगले पांच वर्षों के लिए हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में सहयोग का एजेंडा तय करेंगे. साथ ही रूस में प्रशिक्षित पेशवरों की कमी भारत से पूरा करने के लिए एक सहयोग पर भी हस्ताक्षर होगा.
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भारत और रूस के बीच ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग पहले से ही काफी तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन अब इसे नई ऊंचाई पर ले जाने की सहमति बनी है. मोटे तौर पर भारत सिर्फ रूस से हाइड्रोकार्बन उत्पाद खरीदने वाला ही नहीं होगा, बल्कि वहां निवेश करने वाला देश भी होगा. पांच वर्षीय एजेंडा के तहत भारतीय कंपनियां तेल और गैस भंडार से भरपूर रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र में निवेश करेंगी. साथ ही भारत रूस से एलएनजी खरीद का समझौता भी करेगा.