विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से कोरोना वायरस (Corona Virus) से जंग में भारत के प्रयासों को सराहने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की धमक अंतरराष्ट्रीय मंचों पर तेजी से बढ़ रही है. दक्षेस (SAARC) देशों को इस जंग में एकजुट करने के बाद पीएम मोदी बीते दिनों रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) से भी इस वैश्विक महामारी से लड़ाई में गंभीर चर्चा कर चुके हैं. इस कड़ी में वह आज कोरोना वायरस पर जी-20 सम्मेलन में शिरकत करेंगे. विश्वव्यापी संक्रमण की वजह से इस बार जी-20 सम्मेलन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हो रहा है.
यह भी पढ़ेंः 3 मौतों और 101 नए मामलों के साथ संक्रमित लोगों की संख्या 645, मृतक आंकड़ा 12 पहुंचा
जी-20 इस बार वर्चुअल समिट
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जी-20 सम्मेलन होने के कारण इस बार इसे जी-20 वर्चुअल समिट नाम दिया गया है. जी-20 सम्मेलन के आयोजन का जिम्मा सऊदी अरब के पास है. कोरोना वायरस की गंभीरता को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ट्वीट किया, 'कोविड-19 महामारी का सामना करने में जी-20 एक अहम रोल अदा करने वाला है.' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह गुरुवार को इस मुद्दे पर प्रभावी और लाभकारी चर्चा की उम्मीद कर रहे हैं. जी-20 की इस बैठक में कोरोना वायरस के असर और इसके इलाज को लेकर व्यापक चर्चा होगी. जी-20 देश इस दौरान पैकेज की घोषणा कर सकते हैं.
यह भी पढ़ेंः Corona Virus Live Updates: गोवा से सामने आया कोरोना के 3 नए मामले
172 देश जूझ रहे कोरोना वायरस से
जी-20 सम्मेलन में 19 औद्योगिक देश और यूरोपियन यूनियन शिरकत कर रहे हैं. उम्मीद की जा रही है कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होने जा रहे इस सम्मेलन में कोरोना से लड़ने के लिए एक एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक ये बैठक गुरुवार शाम को 5.30 बजे से लकर शाम 7 बजे तक हो सकती है. फिलवक्त कोरोना वायरस से इस वक्त 172 देश प्रभावित हैं. अच्छी बात यह है कि दुनिया भर में 1 लाख 11 हजार लोगों का इलाज भी हो चुका है. जी-20 सम्मेलन में इस बीमारी के आर्थिक, सामाजिक और वैश्विक प्रभाव पर भी चर्चा होगी.
HIGHLIGHTS
- जी-20 बैठक में कोरोना के असर और इलाज पर चर्चा.
- इस बार इसे जी-20 वर्चुअल समिट नाम दिया गया है.
- जी-20 देश इस दौरान पैकेज की घोषणा कर सकते हैं.