प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूसा कैम्पस में आयोजित 'कृषि उन्नति मेला' को संबोधित करते हुए कहा कि 2022 में कृषि आय दोगुनी हो जाएगी। इसके लिए हमें कृषि में आधुनिक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के प्रति जागरूकता लाने की आवश्यकता है और इसके लिए सरकार प्रयासरत है।
कृषि मेले को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि हमें उन परंपराओं को छोड़ देना चाहिए, जो आज के समय के अनुकूल नहीं है। कई राज्यों में फसल के अवशेष को जलाया जाता है।
उन्होंने कहा, 'वास्तव में हम देखें तो इस तरह हम फसल जला रहे हैं। हम अपनी भारत मां को आग से जला रहे हैं। मिट्टी से लिए गए पोषक तत्वों और हवा, पानी और रोशनी से पैदा फसल को जब हम जला देते हैं तो इससे प्रदूषण होता है। इसके अलावा मिट्टी भी खराब होती है। यदि मशीनों के जरिए पराली को खेत में ही मिला दें तो इससे खेत की उपज बढ़ती है। इससे खाद की जररूत कम होती है।'
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पीएम ने कहा कि हमारा लगातार प्रयास है किसानों को लोन में दिक्कत न आए। इसलिए सरकार ने किसानों को दिए जाने वाले कर्ज की राशि को 10 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 11 लाख करोड़ रुपये कर दिया है।
उन्होंने कहा कि आज देश में 22 लाख हेक्टेयर से ज्यादा भूमि पर ऑर्गेनिक खेती होती है पर नॉर्थ ईस्ट को विशेष तौर से ऑर्गेनिक खेती के हब के रूप में विकसित किया जा रहा है।
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Source : News Nation Bureau