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पीएम नरेंद्र मोदी और ईयू प्रमुख ने भारत में कोविड की स्थिति पर चर्चा की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उसुर्ला वॉन डेर लेयेन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और भारत में मौजूदा कोविड 19 स्थिति और महामारी की दूसरी लहर को लेकर चल रहे प्रयासों पर चर्चा की.

Updated on: 03 May 2021, 08:29 PM

highlights

  • पीएम मोदी ने ईयू प्रमुख से कोविड पर की चर्चा
  • कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर हुई चर्चा
  • भारत में कोरोना महामारी पर बैठक में हुई बातचीत

नयी दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उसुर्ला वॉन डेर लेयेन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और भारत में मौजूदा कोविड 19 स्थिति और महामारी की दूसरी लहर को लेकर चल रहे प्रयासों पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने 8 मई को भारत और यूरोपीय संघ के नेताओं की बैठक से पहले भारत में कोविड 19 स्थिति पर विचारों का आदान प्रदान किया. मोदी ने महामारी की दूसरी लहर के खिलाफ भारत की लड़ाई के लिए त्वरित समर्थन जुटाने के लिए यूरोपीय संघ और उसके सदस्य राज्यों की सराहना की. दोनों नेताओं ने यह भी नोट किया कि भारत यूरोपीय संघ की रणनीतिक साझेदारी पिछले साल जुलाई में अंतिम शिखर सम्मेलन के बाद से नए सिरे से देख जा रही है.

नेताओं ने सहमति व्यक्त की कि आगामी भारत यूरोपीय संघ के नेताओं की बैठक 8 मई को आभासी रूप में होगी जो पहले से ही बहुआयामी भारत यूरोपीय संघ संबंधों को नए सिरे से गति प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है. भारत यूरोपीय संघ के नेताओं की पहली बैठक प्लस 27 प्रारूप में पहली होगी और भारत यूरोपीय संघ की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए दोनों पक्षों की साझा महत्वाकांक्षा को दर्शाएगी. भारत के कोविड 19 मामलों की कुल संख्या अब 34,13,642 सक्रिय मामलों के साथ 1,99,25,604 हो गई है. अब तक 2,18,959 व्यक्ति वायरस के शिकार हो चुके हैं.

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इसके पहले पीएम मोदी ने कोविड-19 से निपटने के लिए देश में मौजूद मानव संसाधन की स्थिति की समीक्षा की और साथ ही इसे बढ़ाने के तरीके पर विशेषज्ञों के साथ चर्चा भी की. यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब देश के कई हिस्सों में कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है. प्रधानमंत्री मोदी की समीक्षा बैठक के दौरान कई कड़े फैसले लिए गए. इस समीक्षा बैठक में इंटर्न को भी कोविड प्रबंधन में तैनाती की अनुमति दी गई है. एमबीबीएस अंतिम वर्षों के छात्रों की सेवाओं का उपयोग टेली-परामर्श, हल्के कोविड मामलों की देखरेख के लिए करने का निर्णय लिया गया.

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फाइनल ईयर पीजी स्टूडेंट्स (व्यापक और साथ ही सुपर-स्पेशिएलिटी) की सेवाओं का उपयोग तब तक किया जा सकता है जब तक कि पीजी स्टूडेंट्स के नए बैच में शामिल नहीं हो जाते. इसके अलावे B.Sc./ जीएनएम योग्य नर्सों का उपयोग वरिष्ठ डॉक्टरों और नर्सों की देखरेख में पूर्णकालिक कोविड नर्सिंग के काम में लिया जाएगा. कोविड प्रबंधन में सेवाएं प्रदान करने वाले ऐसे व्यक्तियों को जिन्होंने कम से कम 100 दिन का काम कोविड प्रबंधन के लिए किया हो, उन्हें नियमित सरकारी भर्तियों में प्राथमिकता दी जाएगी.