सारनाथ में भगवान बुद्ध ने पूरे जीवन का सूत्र बताया : प्रधानमंत्री मोदी
Ashad Maas Ki Purnima: आषाढ़ की गुरु पूर्णिमा-धम्म चक्र दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शनिवार को देशवासियों को संबोधित किया है. भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ओर से इस पूर्णिमा को धम्म चक्र दिवस के रूप में मनाया जाता है.
नई दिल्ली:
Ashad Maas Ki Purnima: आषाढ़ की गुरु पूर्णिमा-धम्म चक्र दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शनिवार को देशवासियों को संबोधित किया है. भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ओर से इस पूर्णिमा को धम्म चक्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. भारत में आषाढ़ मास की पूर्णिमा का एक विशेष महत्व है. यह पूर्णिमा इस बार शनिवार को है, जिसे गुरु पूर्णिमा के नाम से पुकारा जाता है. यह दिन अहम इस वजह से भी है क्योंकि इसी दिन ही वेद व्यास जी का जन्म हुआ था. वेदव्यास ने मानव सभ्यता को चारों वेदों का ज्ञान दिया.
मोदी ने कहा कि बुद्ध के सम्यक विचार को लेकर आज दुनिया के देश भी एक दूसरे का हाथ थाम रहा हैं, एक दूसरे की ताकत बन रहे हैं. इस दिशा में International Buddhist Confederation की Care with Prayer पहल भी प्रशंसनीय है.
मोदी ने कहा कि भगवान बुद्ध ने हमें जीवन के लिए अष्टांग सूत्र दिए. सम्यक दृष्टि, सम्यक संकल्प, सम्यक वाणी, सम्यक कर्म, सम्यक आजीविका, सम्यक प्रयास, सम्यक मन, सम्यक समाधि.
पीएम मोदी ने कहा कि आज कोरोना महामारी के रूप में मानवता के सामने वैसा ही संकट है, जब भगवान बुद्ध हमारे लिए और भी प्रासंगिक हो जाते हैं. भगवान बुद्ध के मार्ग पर चलकर ही बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना हम कैसे कर सकते हैं. भारत ने ये करके दिखाया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सारनाथ में भगवान बुद्ध ने पूरे जीवन का, पूरे ज्ञान का सूत्र हमें बताया था. उन्होंने दुःख के बारे में बताया, दुःख के कारण के बारे में बताया, ये आश्वासन दिया कि दुःखों से जीता जा सकता है, और इस जीत का रास्ता भी बताया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे यहां कहा गया है- जहां ज्ञान है, वही पूर्णत: है, वही पूर्णिमा है. जब उपदेश करने वाले स्वयं बुद्ध हो तो स्वाभाविक है कि ज्ञान संसार के कल्याण का पर्याय बन जाता है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस और आषाढ़ पूर्णिमा की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. आज हम गुरु पूर्णिमा भी मनाते हैं और आज के ही दिन भगवान बुद्ध ने बुद्धत्व की प्राप्ति के बाद अपना पहला ज्ञान संसार को दिया था.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जयंती पर गलती से भी न करें ये काम, बजरंगबली हो जाएंगे नाराज
-
Vastu Tips For Office Desk: ऑफिस डेस्क पर शीशा रखना शुभ या अशुभ, जानें यहां
-
Aaj Ka Panchang 20 April 2024: क्या है 20 अप्रैल 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह