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नोटबंदी पर म्यांमार में भी बोले पीएम मोदी, राजनीति से ऊपर है देश, बड़े और सख्त फैसले लेने से परहेज नहीं

म्यांमार के दौरे पर पीएम मोदी ने यहां के यंगून शहर में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। अपने करीब 35 मिनट के भाषण में पीएम मोदी ने नोटबंदी के फैसले को सही ठहराया।

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Shivani Bansal
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नोटबंदी पर म्यांमार में भी बोले पीएम मोदी, राजनीति से ऊपर है देश, बड़े और सख्त फैसले लेने से परहेज नहीं

यंगून में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

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म्यांमार के दौरे पर पीएम मोदी ने यहां के यंगून शहर में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। अपने करीब 35 मिनट के भाषण में पीएम मोदी ने नोटबंदी के फैसले को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार देश के हित में 'बड़े और सख्त ' फैसले लेने से परहेज नहीं करती। 

अपनी सरकार द्वारा उठाए गए कड़े कदमों के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ऐसे फैसले कर सकी, क्योंकि वह देश को राजनीति से बड़ा समझती है। यंगून में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने 8 नवंबर 2016 को घोषित नोटबंदी के अलावा पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक और जीएसटी का भी जिक्र किया।

नोटबंदी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह कदम कालेधन पर काबू पाने के लिए उठाया गया और इससे ऐसे लाखों लोगों की पहचान करने में मदद मिली, जो अपने बैंक खातों में करोड़ों रुपये रखते थे, लेकिन कभी आयकर नहीं देते थे। 

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उन्होंने कहा कि 2 लाख से ज्यादा कंपनियों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया, क्योंकि वे कालेधन के शोधन में शामिल थीं। प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, 'भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए हमने 500 और 1000 रुपये के नोटों पर रोक लगाई। कुछ भ्रष्ट लोगों के गलत कार्यों का खामियाजा 125 करोड़ लोग भुगत रहे थे। यह हमें स्वीकार्य नहीं था।'

उन्होंने कहा कि इस बारे में कोई सुराग नहीं था कि कालाधन कहां से आ रहा था और कहां जा रहा था। नोटबंदी पर विपक्षी दलों के हमले की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री ने सरकार के इस कदम को उचित ठहराया। कांग्रेस ने नोटबंदी को पूरी तरह से नाकाम बताते हुए कहा था कि इससे भ्रष्ट लोगों को काफी फायदा हुआ।

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नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों की सीमा ही नहीं, भावनाएं भी एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं। बर्मी भाषा में भाषण की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा कि वह बचपन से ही कोई धार्मिक और आध्यात्मिक शहर जाना चाहते थे, यांगून आकर उनका यह सपना पूरा हुआ।

पीएम ने अपने भाषण में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में म्यांमार की भूमिका, आजाद हिंद फौज के इतिहास और विपश्यना का भी उल्लेख किया। साथ ही कहा कि यह वही धरती है, जहां बहादुर शाह जफर को दो गज जमीन मिली। उनके संबोधन के दौरान कई बार हॉल में मोदी-मोदी के नारे लगे। 

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पीएम ने कहा कि ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर, बॉर्डर समझौते और क्रॉस बॉर्डर मोटर वीइकल समझौतों के जरिए दोनों देशों के बीच रिश्ते और मजबूत होंगे।

इससे पहले म्यांमार दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां की स्टेट काउंसलर आंग सान सू ची के साथ डेलिगेशन लेवल की वार्ता की। दोनों नेताओं ने जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया। भारत और म्यांमार के बीच कुल 11 समझौते हुए हैं।

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Source : News Nation Bureau

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