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Mann Ki Baat : टोक्यो ओलंपिक, मिल्खा सिंह से वैक्सीनेशन तक...पढ़ें पीएम मोदी ने क्या-क्या कहा

मन की बात ( Mann Ki Baat ) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया.

Updated on: 27 Jun 2021, 12:18 PM

नई दिल्ली:

मन की बात ( Mann Ki Baat ) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया. मन की बात कार्यक्रम का यह अब तक का 78वां, जबकि मोदी सरकार 2.0 का यह 25वां संस्करण है. इस साल छठीबार  पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित किया है. इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री आज कोरोना महामारी और वैक्सीनेशन को लेकर अपनी बात रखी. साथ में भ्रम और अफवाहों से सावधान रहने की अपील की. पीएम मोदी ने टोक्यो ओलंपिक और मिल्खा सिंह का भी जिक्र किया.

Pm Modi Mann Ki Baat Updates:-

अमृत-महोत्सव से जुड़ने की अपील

- उन्होंने कहा कि मेरा आप सभी से अनुरोध है कि अमृत-महोत्सव से जैसे भी जुड़ सकते हैं, जरुर जुड़ें. ये हमारा सौभाग्य है कि हम आज़ादी के 75 वर्ष के पर्व का साक्षी बन रहे हैं. इसलिए अगली बार जब हम ‘मन की बात’ में मिलेंगे, तो अमृत-महोत्सव की और तैयारियों पर भी बात करेंगे. आप सब स्वस्थ रहिए, कोरोना से जुड़े नियमों का पालन करते हुए आगे बढ़िए, अपने नए-नए प्रयासों से देश को ऐसे ही गति देते रहिए. 

हमारा मंत्र होना चाहिए- इंडिया फर्स्ट

- पीएम मोदी ने कहा कि हमारा मंत्र होना चाहिए- इंडिया फर्स्ट. हमारे हर फ़ैसले, हर निर्णय का आधार होना चाहिए इंडिया फर्स्ट. उन्होने कहा कि अमृत-महोत्सव में देश ने कई सामूहिक लक्ष्य भी तय किए हैं. जैसे, हमें अपने स्वाधीनता सेनानियों को याद करते हुए उनसे जुड़े इतिहास को पुनर्जीवित करना है. आपको याद होगा कि ‘मन की बात’ में, मैंने युवाओं से स्वाधीनता संग्राम पर इतिहास लेखन करके, शोध करने, इसकी अपील की थी. मकसद यह था कि युवा प्रतिभाएं आगे आए, युवा-सोच, युवा-विचार सामने आए, युवा- कलम नई ऊर्जा के साथ लेखन करें.

आजादी के 75 वर्ष पर अमृत-महोत्सव का जिक्र

- पीएम मोदी ने कहा कि आज हमने कोरोना की कठिनाइयों और सावधानियों पर बात की, देश और देशवासियों की कई उपलब्धियों पर भी चर्चा की. अब एक और बड़ा अवसर भी हमारे सामने है. 15 अगस्त भी आने वाला है. उन्होंने कहा कि आजादी के 75 वर्ष का अमृत-महोत्सव हमारे लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है. हम देश के लिए जीना सीखें. आजादी की जंग- देश के लिए मरने वालों की कथा है. आज़ादी के बाद के इस समय को हमें देश के लिए जीने वालों की कथा बनाना है.

कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई की एक बड़ी विशेषता

- पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई की एक बड़ी विशेषता है. इस लड़ाई में देश के हर व्यक्ति ने अपनी भूमिका निभाई है. मैंने “मन की बात” में अक्सर इसका ज़िक्र किया है, लेकिन कुछ लोगों को शिकायत भी रहती है कि उनके बारे में उतनी बात नहीं हो पाती है. अनेक लोग चाहे बैंक स्टाफ हो, टीचर्स हों, छोटे व्यापारी या दुकानदार हों, दुकानों में काम करने वाले लोग हों, रेहड़ी-पटरी वाले भाई-बहन हों, सिक्युरिटी गार्ड या फिर पोस्टमैन और पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी- दरअसल यह लिस्ट बहुत ही लंबी है. और हर किसी ने अपनी भूमिका निभाई है. शासन प्रशासन में भी कितने ही लोग अलग-अलग स्तर पर जुटे रहे हैं.

डॉक्टर्स प्रेम की शक्ति से ही हमारी सेवा कर पाते हैं

- मोदी ने कहा कि डॉक्टर्स प्रेम की शक्ति से ही हमारी सेवा कर पाते हैं इसलिए, हमारा ये दायित्व है कि हम उतने ही प्रेम से उनका धन्यवाद करें, उनका हौसला बढ़ाएं. वैसे हमारे देश में कई लोग ऐसे भी हैं जो डॉक्टर्स की मदद के लिए आगे बढ़कर काम करते हैं. श्रीनगर से एक ऐसे ही प्रयास के बारे में मुझे पता चला है. उन्होंने खुद भी कोविड से जंग लड़ी है  और इसी से उन्हें एंबुलेंस सेवा शुरू करने के लिए प्रेरित किया. उनकी इस एंबुलेंस से लोगों को जागरूक करने का अभियान भी चल रहा है, वो लगातार एंबुलेंस से अनाउंसमेंट भी कर रहे हैं. 

नेशनल डॉक्टर्स डे का जिक्र किया

- पीएम मोदी ने कहा कि 1 जुलाई को हम नेशनल डॉक्टर्स डे मनाएंगे. ये दिन देश के महान चिकित्सक और स्टेट्समैन डॉक्टर बीसी राय की जन्म-जयंती को समर्पित है. पीएम ने कहा कि कोरोना-काल में डॉक्टर्स के योगदान के हम सब आभारी हैं. हमारे डॉक्टर्स ने अपनी जान की परवाह न करते हुए हमारी सेवा की है. इसलिए इस बार नेशनल डॉक्टर्स डे और भी खास हो जाता है.

अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें- पीएम मोदी

- पीएम मोदी ने कहा कि साल भर रात-दिन इतने बड़े-बड़े वैज्ञानिकों ने काम किया है और इसलिए हमें विज्ञान पर भरोसा करना चाहिए, वैज्ञानिकों पर भरोसा करना चाहिए. झूठ फैलाने वाले लोगों को बार-बार समझाना चाहिए कि देखिए भाई ऐसा नहीं होता है, इतने लोगों ने वैक्सीन ले लिया है कुछ नहीं होता है. पीएम मोदी ने लोगों से कहा कि अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें. आप अपने ही गांव में नहीं और गांवों में भी इन अफवाहों को रोकने का काम कीजिए.

कोरोना से बचने के लिए हमारे पास दो रास्ते हैं

- पीएम मोदी ने कहा कि ये बीमारी ऐसी है, ये बहुरूपिये वाली है. वो रूप बदलती है. नए-नए रंग-रूप कर के पहुंच जाती है. और उसमें बचने के लिए हमारे पास दो रास्ते हैं. एक तो कोरोना के लिए जो प्रोटोकॉल बनाया, मास्क पहनना, साबुन से बार-बार हाथ धोना, दूरी बनाए रखना है. दूसरा रास्ता है वैक्सीन का टीका लगवाना, वो भी एक अच्छा सुरक्षा कवच है तो उसकी चिंता करिए. पीएम मोदी ने कहा कि आपको डरना नहीं है और लोगों के डर को भी निकालना है.

वैक्सीन पर भ्रम का जवाब टीका लगवाकर दें

- पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीन को लेकर भ्रम है और बस ये भ्रम ही है. भ्रम का जवाब यही है कि आपको खुद को टीका लगाकर के समझाना पड़ेगा सबको. पीएम मोदी ने कहा कि अफवाहें फैलाने वाले लोग तो अफ़वाहें फैलाते रहेंगे. हमें तो जिंदगी बचानी है, अपने गांव वालों को बचाना है, अपने देशवासियों को बचाना है. और ये अगर कोई कहता है कि कोरोना चला गया तो ये भ्रम में मत रहिए. 

वैक्सीन को लेकर भ्रम और अफवाहों से दूर रहने की अपील

- प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के अनेक गांव ऐसे हैं जहां सभी लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं यानी गांव के शत प्रतिशत लोग. कश्मीर में बांदीपुरा जिला है, इस बांदीपुरा ज़िले में एक व्यवन गांव के लोगों ने मिलकर 100 फीसदी, शत प्रतिशत वैक्सीन का लक्ष्य बनाया और उसे पूरा भी कर दिया. वैक्सीन को लेकर भ्रम और अफवाहों से दूर रहने की अपील पीएम मोदी ने कही है. 

लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील

- पीएम मोदी ने कहा कि मैंने खुद ने भी दोनों डोज लगवा लिए हैं. हमारे पूरे देश में 31 करोड़ से भी ज्यादा लोगों ने वैक्सीन का टीका लगवा लिया है. मेरी मां, जो करीब 100 साल की हैं, उन्होंने भी दोनों डोज लगवा लिए हैं. कभी-कभी किसी को इससे बुखार वगैरह आता है, पर वो बहुत मामूली होता है, कुछ घंटों के लिए ही होता है. वैक्सीन नहीं लेना बहुत खतरनाक हो सकता है. पीएम मोदी ने लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील की है.

वैक्सीनेशन को लेकर ग्रामीणों से स्थिति जानी

- पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीन की सेफ्टी देश के हर नागरिक को मिले, हमें लगातार प्रयास करते रहना है. कई जगहों पर टीका हिचकिचाहट को खत्म करने के लिए कई संगठन, सामाजिक संगठन के लोग आगे आए हैं और सब मिलकर के बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. वैक्सीनेशन को लेकर पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के दो लोगों से बात की और वैक्सीन लेने की अपील की. 

पीएम मोदी ने वैक्सीनेशन पर जोर दिया

- मन की बात करते हुए पीएम मोदी ने वैक्सीनेशन पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि 21 जून को वैक्सीन अभियान के अगले चरण की शुरुआत हुई और उसी दिन देश ने 86 लाख से ज्यादा लोगों को मुफ़्त वैक्सीन लगाने का रिकॉर्ड भी बना दिया और वो भी एक दिन में. इतनी बड़ी संख्या में भारत सरकार की तरफ से मुफ़्त वैक्सीनेशन और वो भी एक दिन में! स्वाभाविक है, इसकी चर्चा भी खूब हुई है. 

कोरोना को लेकर बोले पीएम मोदी

- कोरोना को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ हम देशवासियों की लड़ाई जारी है, लेकिन इस लड़ाई में हम सब साथ मिलकर कई असाधारण मुकाम भी हासिल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही हमारे देश ने एक अभूतपूर्व काम किया है. 

पीएम मोदी ने मिल्खा सिंह को याद किया

- मन की बात करते हुए पीएम मोदी ने मिल्खा सिंह को याद किया. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही कोरोना ने उन्हें हमसे छीन लिया. पीएम मोदी ने मिल्खा सिंह के साथ की बातचीत को साझा किया. उन्होंने कहा कि जब वे अस्पताल में थे, तो मुझे उनसे बात करने का अवसर मिला था. बात करते हुए मैंने उनसे आग्रह किया था. मोदी ने कहा कि मैंने कहा था कि आपने तो 1964 में टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, इसलिए इस बार जब हमारे खिलाड़ी, ओलंपिक के लिए टोक्यो जा रहे हैं, तो आपको हमारे एथलिटों का मनोबल बढ़ाना है, उन्हें अपने संदेश से प्रेरित करना है.

क्विज कंपटीशन में भाग लेने की अपील

- पीएम मोदी ने कहा कि अपने जवाब माय गवर्मेंट में आलंपिक पर जो क्विज है, उसमें प्रश्नों के उत्तर देंगे तो कई सारे इनाम जीतेंगे. ऐसे बहुत सारे प्रश्न माय गवर्मेंट के 'Road to Tokyo Quiz' में हैं, जिसमें भाग लें. भारत ने पहले कैसा परफॉर्म किया है? हमारी टोक्यो ओलंपिक के लिए अब क्या तैयारी है ? ये सब खुद जानें और दूसरों को भी बताएं. मैं आप सब से आग्रह करना चाहता हूँ कि आप इस क्विज कंपटीशन में जरुर हिस्सा लें.

पीएम मोदी ने देश की जनता से सवाल पूछे

- मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने देश की जनता से सवाल पूछे. उन्होंने कहा कि अक्सर ‘मन की बात’ में, आपके प्रश्नों की बौछार रहती है. इस बार मैंने सोचा कि कुछ अलग किया जाए, मैं आपसे प्रश्न करूं. उन्होंने कहा कि तो, ध्यान से सुनिए मेरे सवाल. ओलंपिक में इंडिविज्यूल गोल्ड जीतने वाला पहला भारतीय कौन था? ओलंपिक के कौन से खेल में भारत ने अब तक सबसे ज्यादा मेडल जीते हैं? ओलंपिक में किस खिलाड़ी ने सबसे ज्यादा पदक जीते हैं?