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Grand Challenges Annual Meeting को पीएम मोदी ने किया संबोधित, विज्ञान को लेकर कही ये अहम बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ग्रांड चैलेंजेज वार्षिक बैठक 2020 (Grand Challenges Annual Meeting 2020) के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया

Updated on: 19 Oct 2020, 08:29 PM

नई दिल्ली :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ग्रांड चैलेंजेज वार्षिक बैठक 2020 (Grand Challenges Annual Meeting 2020) के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया. पीएम मोदी ग्रैंड चैलेंजेज वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भविष्य विज्ञान और नवाचार में निवेश करने वाले समाज को आकार देना होगा. लेकिन, यह अदूरदर्शी तरीके से नहीं किया जा सकता है. पहले से विज्ञान और नवाचार में अच्छी तरह से निवेश करना है. यही कारण है कि जब हम सही समय पर लाभ उठा सकते हैं.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि इन नवाचारों की यात्रा को सहयोग और सार्वजनिक भागीदारी द्वारा आकार दिया जाना चाहिए. भूमिगत कक्ष में विज्ञान कभी भी समृद्ध नहीं होगा. ग्रैंड चैलेंज कार्यक्रम ने इस चीज को अच्छी तरह से समझा है.

कोविड के दौरान भारतीय वैज्ञानिक बड़ी संपत्ति बनकर उभरे 

पीएम ने आगे कहा कि भारत में हमारे पास एक मजबूत और जीवंत वैज्ञानिक समुदाय है. हमारे पास अच्छे वैज्ञानिक संस्थान भी है. COVID-19 से लड़ते हुए वे विशेष रूप से पिछले कुछ महीनों के दौरान भारत की सबसे बड़ी संपत्ति रहे हैं. सम्‍मिलन से लेकर क्षमता निर्माण तक, उन्‍होंने अजूबा हासिल किया है.

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भारत में सबसे ज्यादा रिकवरी रेट है

कोरोना वायरस को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज, हम प्रति दिन मामलों की संख्या और मामलों की वृद्धि दर में गिरावट देख रहे हैं. भारत में रिकवरी रेट सबसे ज्यादा 88 प्रतिशत है.

भारत पहला देश है जहां पर लॉकडाउन सबसे पहले लागू किया गया

इसके पीछे वजह है भारत पहला देश है जहां पर लॉकडाउन सबसे पहले लागू किया गया. भारत सबसे पहला देश है जहां मास्क को पहने के लिए प्रोत्साहित किया गया. हमने संक्रितम से संपर्क में आए लोगों को खोजा और टेस्ट किया. रैपिड एंटीजन परीक्षणों को तैनात करने के लिए भारत सबसे पहले में से एक था.

हमने कई काम किए जो बीमारियों को मात देने के लिए मिल का पत्थर साबित हुआ

पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने कई काम किए हैं जो एक बेहतर स्वास्थ्य प्रणाली में योगदान दे रहे हैं. स्वच्छता अपनाएं, स्वच्छता में सुधार, अधिक शौचालय कवरेज, यह सबसे ज्यादा किसकी मदद करता है? यह गरीबों और वंचितों की मदद करता है. इससे बीमारियों में कमी आती है.

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बता दें कि पिछले 15 वर्षों से ग्रांड चैलेंजज वार्षिक बैठक स्वास्थ्य और विकास में सबसे बड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए अंतरराष्ट्रीय नवाचार सहयोग (International Innovation Collaborations) को बढ़ावा देने का कार्य कर रहे हैं.  यह बैठक 19 से 21 अक्टूबर के बीच वर्चुअल होगी. बैठक में नीति निर्माताओं और वैज्ञानिक नेताओं को एक साथ देखेंगे.