logo-image

सीजफायर के ऐलान के पीछे PM मोदी का हाथ, पुतिन से भारत ने की थी ये मांग

रूस ने ऐलान किया है कि यह सीजफायर 11.30 बजे से शुरू होगा जो मानवीय आधार पर किया गया है ताकि आम नागरिकों को निकलने का मौका दिया जा सके.

Updated on: 05 Mar 2022, 03:07 PM

highlights

  • रूस ने दो जगहों मारियोपोल और वोल्‍वोनोखा में सीजफायर की घोषणा की
  • यह सीजफायर भारतीय समयानुसार 11.30 बजे से लागू हो गया है
  • सीजफायर के ऐलान के बाद भारतीय सहित विदेशी नागरिक यूक्रेन से निकल सकेंगे बाहर

नई दिल्ली:

Russia declares Ceasefire : भारत ने एक दिन पहले ही रूस और यूक्रेन से संघर्ष विराम घोषित करने का आग्रह किया था ताकि वह लगभग 3,000 भारतीय नागरिकों को बाहर निकाल सके. विशेष रूप से पूर्वी यूक्रेन के खार्किव और सुमी शहरों से जहां गोलाबारी और तेजी से हमले के कारण किसी भी विदेशी नागरिकों को निकलना असंभव लग रहा था, लेकिन एक दिन बाद ही भारत की मांग को रूस ने स्वीकार करते हुए सीजफायर की घोषणा कर दी. रूस ने यूक्रेन के युद्धग्रस्‍त इलाकों में फंसे लोगों को निकालने के लिए दो जगहों मारियोपोल और वोल्‍वोनोखा में सीजफायर (Ceasefire In Ukraine Russia Announcement) और ग्रीन कॉरिडोर बनाने का ऐलान कर दिया है. हालांकि इन दोनों ही इलाकों में भारतीयों की संख्‍या बहुत कम है, फिर भी शांति की दिशा में बढ़िया कदम माना जा रहा है. 

यह भी पढ़ें : पुतिन ने लगाया बड़ा आरोप- यूक्रेन के साथ रूसी सैनिकों से लड़ रहे हैं तीसरे देशों के जिहादी

रूस ने ऐलान किया है कि यह सीजफायर 11.30 बजे से शुरू होगा जो मानवीय आधार पर किया गया है ताकि आम नागरिकों को निकलने का मौका दिया जा सके. रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा, 'आज 5 मार्च को मास्‍को के समयानुसार 10 बजे सुबह से रूसी पक्ष एक सीजफायर करने जा रहा है.  रूस मारियोपोल और वोल्‍वोनोखा में मानवीय कॉरिडोर खोलने जा रहा है. 

अब तक 20 हजार भारतीय छोड़ चुके हैं यूक्रेन

पिछले महीने रूसी आक्रमण से पहले भारत द्वारा शुरू में एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद से अब तक 20,000 से अधिक भारतीय यूक्रेन छोड़ चुके हैं और 48 उड़ानों में करीब 10,400 लोगों को वापस लाया गया है. अधिकारियों ने कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि यूक्रेन में भारतीयों की कुल संख्या 20,000 नागरिकों से अधिक थी, जिन्होंने तनाव बढ़ने पर कीव में दूतावास में पंजीकरण कराया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि सरकार का प्राथमिक फोकस अब भी पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष क्षेत्रों में फंसे भारतीयों को सुरक्षित तरीके से बाहर निकालने पर है. इसमें खार्किव में अनुमानित 300 भारतीय, सूमी में 700 से अधिक और पिसोचिन में लगभग 1,000 से अधिक भारतीय शामिल हैं, जो खार्किव से लगभग 10 किमी दूर है.  
 
मोदी ने पुतिन से की थी बात, सीजफायर को लेकर की थी मांग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तक दो बार रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन से बातचीत कर चुके हैं. बातचीत के क्रम में पीएम मोदी ने सीजफायर को लेकर मांग कर चुके थे. हालांकि भारत ने यूक्रेन से भी इस तरह की मांग की थी. वर्तमान में अभी भी बड़ी संख्‍या में भारतीय रूस से सटे यूक्रेन के इलाकों में फंसे हैं जहां उन्‍हें तत्‍काल मदद की जरूरत है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर 4 केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, किरण रिजिजू, जनरल वीके सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारतीय छात्रों को निकालने के लिए सभी जरूरी प्रयास में जुटे हुए हैं.