logo-image

कोरोना काल में माता-पिता को खोने वाली बच्ची को पीएम मोदी ने लिखा भावुक पत्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी में अपने माता-पिता को खो देने वाले बच्चों को पत्र लिखा है. ऐसा ही एक पत्र दिल्ली की एक बच्ची को भी मिला है, जिसमें पीएम मोदी ने लिखा है कि उन्होंने ये पत्र प्रधानमंत्री की हैसियत से नहीं, बल्कि आपके परिवार के सदस्य के रूप में लिखा है.

Updated on: 31 May 2022, 12:01 PM

highlights

  • पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना प्रभावित परिवारों के बच्चों को लिखा पत्र
  • देश भर के करीब 4000 बच्चों का दुख साझा करने की कोशिश
  • पीएम मोदी ने शुरू की है 'पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन' योजना

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी में अपने माता-पिता को खो देने वाले बच्चों को पत्र लिखा है. ऐसा ही एक पत्र दिल्ली की एक बच्ची को भी मिला है, जिसमें पीएम मोदी ने लिखा है कि उन्होंने ये पत्र प्रधानमंत्री की हैसियत से नहीं, बल्कि आपके परिवार के सदस्य के रूप में लिखा है. पीएम मोदी ने पत्र में लिखा है कि पिछले दो सालों में कोरोना महामारी की विभीषिका में दुनिया भर में लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है. इस महामारी में अपने अभिभावक को खो देने की आपकी पीड़ा को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर के करीब 4000 बच्चों को ये पत्र लिखे हैं. उन्होंने आपबीती भी साझा की है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि वो खुशकिस्मत हैं कि उन्हें अपनी माता का प्यार मिला, जबकि उनकी माता को तो अपनी माता(पीएम मोदी की नानी) का चेहरा तक याद नहीं. 

पढ़ें पीएम मोदी का पत्र:

पीएम मोदी ने लॉन्च की 'पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन' योजना

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन' योजना की शुरुआत की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जीवन हमें कई बार अप्रत्याशित मोड़ पर लाकर खड़ा कर देता है. ऐसी स्थितियां जिनकी हमने कल्पना भी नहीं की होती है. हंसते खेलते हुए अचानक अंधेरा छा जाता है और सब कुछ बदल जाता है. कोरोना ने अनेकों परिवारों में ऐसा ही कुछ किया है. पीएम मोदी ने कहा कि मैं जानता हूं कोरोना की वजह से जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके जीवन में आया ये बदलाव कितना मुश्किल है. हर दिन का संघर्ष, हर दिन की तपस्या. आज जो बच्चे हमारे साथ हैं, जिनके लिए ये कार्यक्रम हो रहा है, उनकी तकलीफ शब्दों में कहना मुश्किल है. कोरोना प्रभावित बच्चों के साथ है सरकार इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन,आप सभी ऐसे कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलें कम करने का एक छोटा सा प्रयास है, जिनके माता और पिता, दोनों नहीं रहे. यह इस बात का भी प्रतिबिंब है कि हर देशवासी पूरी संवेदनशीलता से आपके साथ है. पीएम मोदी ने कहा कि मुझे संतोष है कि बच्चों की अच्छी पढ़ाई के लिए उनके घर के पास ही सरकारी या प्राइवेट स्कूलों में उनका दाखिला कराया जा चुका है. अगर किसी को प्रॉफेशनल कोर्स के लिए हायर एजुकेशन के लिए एजुकेशन लोन चाहिए होगा तो पीएम केयर्स उसमें भी मदद करेगा.

हर महीने रोजमर्रा की जरूरतों के लिए 4 हजार रुपये

पीएम मोदी ने कहा कि रोजमर्रा की दूसरी जरूरतों के लिए अन्य योजनाओं के माध्यम से उनके लिए 4 हजार रुपए हर महीने की व्यवस्था भी की गई है. बच्चे जब स्कूल की पढ़ाई पूरी कर लेंगे तो उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए और रुपयों की जरूरत होगी तो इसके लिए 18 साल से 23 साल तक के युवाओं को हर महीने स्टाइपेंड मिलेगा और जब वो 23 साल के होंगे तब 10 लाख रुपए आपको एक साथ मिलेगा. पीएम केयर्स फ़ॉर चिल्ड्रन के माध्यम से आपको आयुष्मान हेल्थ कार्ड भी दिया जा रहा है, इससे 5 लाख तक के इलाज की मुफ्त सुविधा भी आप सब बच्चों को मिलेगी.