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पीएम मोदी की CCS के साथ बैठक खत्म, अफगानिस्तान फंसे भारतीय को निकालने के लिए बनी रणनीति

विदेश मंत्रालय द्वारा अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों के लिए हेल्पलाइन नंबर, ई-मेल आईडी जारी किए गए थे. इसी बीच करीब 1650 भारतीयों ने वतन वापसी के लिए अप्लाई किया है.

Updated on: 18 Aug 2021, 02:10 PM

highlights

  • पीएम मोदी ने सीसीएस के साथ बैठक की
  • अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को लाने पर चर्चा
  • बैठक में अजीत डोभाल मौजूद 

नई दिल्ली :

अफगानिस्तान संकट पर पीएम मोदी ने सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCS) के साथ बैठक की. मंगलवार सुबह 11 बजे बैठक शुरू हुई. महज 10 मिनट में बैठक खत्म हो गई. इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल नहीं हुए. एनएसए अजीत डोभाल बैठक में मौजूद थे. बैठक में मुख्य रूप से अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को निकालने की रणनीति पर चर्चा हुई. बताया जा रहा है कि सिख-हिंदू समेत उन 1650 लोगों को भारत लाने की रणनीति पर चर्चा हुई, जिन्होंने भारत के लिए वीजा अप्लाई किया है.
 
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, विदेश मंत्रालय द्वारा अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों के लिए हेल्पलाइन नंबर, ई-मेल आईडी जारी किए गए थे. इसी बीच करीब 1650 भारतीयों ने वतन वापसी के लिए अप्लाई किया है. माना जा रहा है कि अब जब तालिबानी राज़ का आगाज़ हो गया है, तो ये संख्या बढ़ भी सकती है.

बता दें कि काबुल में मंगलवार को C-17 ग्लोबमास्टर द्वारा ऑपरेशन एअरलिफ्ट चलाया गया. एयरलिफ्ट में मंगलवार को काबुल से भारतीय राजदूत और दूतावास के कर्मियों समेत 120 लोगों को लाया गया. 

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मीडिया रिपोर्ट की मानें तो काबुल में फंसे कई फैक्ट्री वर्कर और अन्य लोगों द्वारा बीते दिन सरकार से गुहार लगाई गई थी कि उन्हें यहां से सुरक्षित निकाल लिया जाएगा. यूपी के गाजीपुर,गाजियाबाद, उत्तराखंड के देहरादून और दिल्ली समेत अन्य कई इलाकों से लोग काम के लिए अफगानिस्तान गए थे. 

बता दें कि तालिबान का इस बार रुख लचीला है. उसने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा है कि वो विदेशी या स्थानीय नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाएगा. वो दूतावासों को भी नुकसान नहीं पहुंचाएगा. उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी तालिबानी सेना निभाएगी.