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लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने चीन-पाकिस्तान को दिया कड़ा संदेश, कही ये बात

पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि आज दुनिया भारत को एक नई नजरिए से देख रही है. इस दृष्टि के दो महत्वपूर्ण पहलू हैं, एक आतंकवाद और दूसरा विस्तारवाद.

Updated on: 15 Aug 2021, 12:38 PM

highlights

  • लाल किले की प्राचीर से चीन और पाकिस्तान को संदेश
  • भारत दो चीजों से लड़ रहा है एक आतंकवाद और दूसरा विस्तारवाद
  • भारत इनसे निपटने में पूरी तरह सक्षम है

नई दिल्ली :

भारत 75वीं स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से आतंकवाद और विस्तारवाद की नीति पर चलने वाले देशों को चेतावनी दी है. पीएम मोदी ने बिना नाम लिए चीन और पाकिस्तान को बता दिया कि उनकी चाल कभी कामयाब नहीं होगी. भारत मुंहतोड़ जवाब देना अब जानता है. पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि आज दुनिया भारत को एक नई नजरिए से देख रही है. इस दृष्टि के दो महत्वपूर्ण पहलू हैं, एक आतंकवाद और दूसरा विस्तारवाद. उन्होंने आगे कहा कि भारत इन दोनों ही चुनौतियों से लड़ रहा है और सधे हुए तरीके से बड़े हिम्मत के साथ जवाब भी दे रहा है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने रक्षा तैयारियों का भी जिक्र किया. 

पीएम मोदी ने कहा कि भारत अपने दायित्वों को सही तरीके से निभा पाए, इसके लिए हमारी रक्षा तैयारियों को भी उतना ही सतर्क रहना होगा. उन्होंने आगे कहा कि रक्षा के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने, भारतीय कंपनियों को प्रोत्साहित करने, अपने मेहनती उद्यमियों को नए अवसर उपलब्ध कराने के लिए हमारे प्रयास निरंतर जारी हैं.

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पीएम मोदी ने कहा कि मैं देश को विश्वास दिलाता हूं कि देश की रक्षा में लगी हमारी सेनाओं के हाथ मजबूत करने के लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.

पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में भारत के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने से कोई भी बाधा रोक नहीं सकती. हमारी ताकत हमारी जीवटता है, हमारी ताकत हमारी एकजुटता है. हमारी प्राणशक्ति, राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम की भावना है.

उन्होंने आगे कहा कि वो कहते थे कि- हमें उतना सामर्थ्यवान बनना होगा, जितना हम पहले कभी नहीं थे. हमें अपनी आदतें बदली होंगी, एक नए हृदय के साथ अपने को फिर से जागृत करना होगा.21वीं सदी का आज का भारत, बड़े लक्ष्य गढ़ने और उन्हें प्राप्त करने का सामर्थ्य रखता है. आज भारत उन विषयों को भी हल कर रहा है, जिनके सुलझने का दशकों से, सदियों से इंतजार था.