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Constitution Day: दुनिया की नजर भारत पर, हमसे बहुत उम्मीदें: PM मोदी

Constitution Day: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर है. भारत को लेकर दुनिया उम्मीद भरी नजरों से देख रही है. हमारी शक्ति देख कर दुनिया हैरान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन सबके पीछे, हमारी सबसे बड़ी ताकत हमारा संविधान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान की भावना का वर्णन किया. पीएम मोदी ने महाभारत का भी जिक्र किया.

Updated on: 26 Nov 2022, 11:45 AM

highlights

  • संविधान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन
  • सुप्रीम कोर्ट में आयोजित हुआ कार्यक्रम
  • पीएम मोदी कर रहे कई पहलों की शुरुआत

नई दिल्ली:

Constitution Day: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुप्रीम कोर्ट में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं. ये कार्यक्रम संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित हो रहा है. भारत के संविधान को संविधान सभा ने आज ही के दिन 1949 में अपनाया था, जिसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था. भारत 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाता है. आज का दिन संविधान अपनाया गया था. नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद साल 2015 से संविधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. इस कार्यक्रम की शुरुआत 10 बजे से हुई, जिसमें पीएम मोदी ने कई सेवाओं की शुरुआत की.

पीएम मोदी ने किया महाभारत का जिक्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर है. भारत को लेकर दुनिया उम्मीद भरी नजरों से देख रही है. हमारी शक्ति देख कर दुनिया हैरान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन सबके पीछे, हमारी सबसे बड़ी ताकत हमारा संविधान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान की भावना का वर्णन किया. पीएम मोदी ने महाभारत का भी जिक्र किया. और श्लोक सुनाते हुए कहा कि 'नागरिकों को सुखी रखना, सच्चाई के साथ खड़े होना और सरल व्यवहार.. यही राज्य का व्यवहार होना चाहिए.' आधुनिक संदर्भ में भारत के संविधान ने देश की सभी सांस्कृतिक भावनाओं को समाहित किया. मुझे खुशी है कि देश मदर ऑफ डेमोक्रेसी के रूप में संविधान की भावना को लगातार मजबूत कर रहा है.

हमारे संविधान की स्पिरिट यूथ सेंट्रिक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया भारत को बहुत उम्मीदों से देख रही है, एक ऐसा देश जिसके बारे में आशंका जताई जाती थी कि वे (भारत) अपनी आज़ादी बरकरार नहीं रख पाएगा. आज वही देश पूरी सामर्थ्य से अपनी सभी विविधताओं पर गर्व करते हुए यह देश आगे बढ़ रहा है. हमारे संविधान निर्माताओं ने हमें एक ऐसा संविधान दिया है, जो ओपेन व फ्यूचरिस्टिक है और अपने आधुनिक विजन के लिए जाना जाता है. इसलिए स्वाभाविक तौर पर हमारे संविधान की स्पिरिट यूथ सेंट्रिक है. पीएम मोदी ने कहा कि 1949 में यह आज का ही दिन था जब स्वतंत्र भारत ने अपने लिए एक नई भविष्य की नीव डाली थी, इस बार का संविधान दिवस इसलिए भी विशेष है क्योंकि भारत ने अपने आज़ादी के 75 वर्ष पूरे किए हैं.

मुंबई हमले के शहीदों को दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी कहा कि आज 26/11 मुंबई आतंकी हमले का दिन भी है, 14 वर्ष पहले जब भारत अपना संविधान दिवस मना रहा था तब उसी दिन मानवता के दुश्मनों ने सबसे बड़ा हमला किया, मुंबई आतंकी हमले में जिनकी मृत्यु हुई मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.

कई नई पहल की शुरुआत

संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ई-कोर्ट परियोजना (E-Court Project) के तहत कई नई पहल का शुभारंभ किया. ये परियोजना अदालतों की आईसीटी सक्षमता के माध्यम से वादियों, वकीलों और न्यायपालिका को सेवाएं प्रदान करने का एक प्रयास है. प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए जाने वाली पहल में वर्चुअल जस्टिस क्लॉक, जस्टआईएस मोबाइल ऐप 2.0, डिजिटल कोर्ट और एस3डब्ल्यूएएएस वेबसाइट्स शामिल हैं.

बता दें कि वर्चुअल जस्टिस क्लॉक न्यायालय स्तर पर न्याय वितरण प्रणाली के महत्वपूर्ण आंकड़ों को प्रदर्शित करने की एक पहल है, जिसमें दिन/सप्ताह/महीने के आधार पर न्यायालय स्तर पर दायर मामलों, निपटाए गए मामलों और लंबित मामलों का विवरण दिया गया है. यह न्यायालय द्वारा निपटाये गये मुकदमों की स्थिति को जनता के साथ साझा कर न्यायालयों के कामकाज को जवाबदेह और पारदर्शी बनाने का एक प्रयास है. आम लोग जिला न्यायालय की वेबसाइट पर किसी भी न्यायालय प्रतिष्ठान की वर्चुअल जस्टिस क्लॉक का उपयोग कर सकते हैं. 

(इनपुट-पीआईबी)