logo-image

पहले किसानों का हक छीना जाता था और बदले में लाठियां झेलनी पड़ती थीः PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों एवं भारतीय जन उर्वरक परियोजना- एक राष्ट्र एक उर्वरक का शुभारंभ किया.  इसके साथ ही पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्‍त जारी की।

Updated on: 17 Oct 2022, 02:04 PM

New Delhi:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों एवं भारतीय जन उर्वरक परियोजना- एक राष्ट्र एक उर्वरक का शुभारंभ किया.  इसके साथ ही पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्‍त जारी की।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश में 600 से ज्यादा PM किसान समृद्धि केंद्रों की शुरुआत हो रही है, ये केंद्र केवल किसानों के लिए उर्वरक खरीद बिक्री का केंद्र नहीं बल्कि एक संपूर्ण रूप से किसान के साथ घनिष्ठ नाता जोड़ने वाला है और उसके हर सवालों का जवाब देने वाला केंद्र है. नैनो यूरिया, कम खर्च में अधिक प्रोडक्शन का माध्यम है। जिसको एक बोरी यूरिया की जरूरत लगती है वो काम अब नैनो यूरिया की एक छोटी सी बॉटल से हो जाता है। ये विज्ञान और टेक्नोलॉजी का कमाल है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि हमने यूरिया की शत प्रतिशत नीम कोटिंग करके उसकी कालाबाजारी रुकवाई। हमने बरसों से बंद पड़े देश के छह सबसे बड़े यूरिया कारखानों को फिर से शुरू करने के लिए मेहनत की। यूरिया उत्पादन में आत्मनिर्भर के लिए भारत अब तेजी से लिक्विड नैनो यूरिया की तरफ बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज 'वन नेशन, वन फर्टिलाइजर' के रूप में किसानों को सस्ती और क्वालिटी खाद भारत ब्रांड के तहत उपलब्ध कराने की योजना भी शुरू हुई है। 2014 से पहले फर्टिलाइजर सेक्टर में काफी संकट थे..किसानों का हक छीना जाता था और बदले में लाठियां झेलनी पड़ती थी इसे किसान कभी नहीं भूल सकते.