बाबा के दर्शन के लिए अब लोगों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर धाम ( Kashi Vishwanath corridor) का लोकार्पण कर दिया है. दो दिवसीय दौरे पर पीएम मोदी काशी में हैं. यहां पर वे 30 घंटे के प्रवास पर होंगे.
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर धाम ( Kashi Vishwanath corridor) का लोकापर्ण कर दिया है. पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे. वे दो दिनों के लिए काशी में 30 घंटे के प्रवास पर होंगे. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनन्दी बेन सहित अन्य जनप्रतिनिधि ने एयरपोर्ट पर पीएम की अगवानी की. प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Narendra Modi) एयरपोर्ट से संपूर्णानंद मैदान तक हेलिकॉप्टर से पहुंचे. यहां से बाबा काल भैरव के दर्शन के लिए पहुंचे .
बाबा काल भैरव के दर्शन करने के बाद पीएम मोदी खिड़किया घाट पहुंचे. यहां से वे ललिता घाट पहुंचे और मां गंगा में डुबकी लगाई। इसके बाद काशी धाम पहुंचकर पूजा-अर्चना की. इस कार्यक्रम में शामिल होने बीजेपी शासित राज्यों के 12 सीएम और 9 डिप्टी सीएम वाराणसी पहुंचे. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि काशी तो काशी है! काशी तो अविनाशी है. काशी में एक ही सरकार है, जिनके हाथों में डमरू है, उनकी सरकार है. जहां गंगा अपनी धारा बदलकर बहती हों, उस काशी को भला कौन रोक सकता है? इस दौरान सीएम योगी ने यहां के लोगों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि काशी में बाबा विश्वनाथ के धाम का पुनर्निर्माण आयोध्या के मंदिर निर्माण का ही भाग है, हम सबका सौभाग्य होगा कि बाबा विश्वनाथ आज नए स्वरूप में आ गए हैं.
कितने ही सेनानियों की कर्मभूमि-जन्मभूमि काशी ही रही: पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि बनारस वह नगर है, जहां से जगद्गुरू शंकराचार्य को डोम राजा की पवित्रता से प्रेरणा मिली। उन्होंने देश को एकता के सूत्र में बांधने का संकल्प लिया. ये वो जगह है, जहां भगवान शंकर की प्रेरणा से गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस जैसी अलौकिक रचना की. छत्रपति शिवाजी महाराज के चरण यहां पर पड़े थे. रानीलक्ष्मी बाई से लेकर चंद्रशेखर आजाद तक, कितने ही सेनानियों की कर्मभूमि-जन्मभूमि काशी ही रही है. भारतेन्दु हरिश्चंद्र, जयशंकर प्रसाद, मुंशी प्रेमचंद,पंडित रविशंकर और बिस्मिल्लाह खान जैसी प्रतिभाएं इस स्मरण को कहां तक ले जाया जाए. पीएम मोदी के अनुसार काशी अहिंसा, तप की प्रतिमूर्ति चार जैन तीर्थंकरों की धरती है. राजा हरिश्चंद्र की सत्यनिष्ठा से लेकर वल्लभाचार्य, रमानन्द जी के ज्ञान तक चैतन्य महाप्रभु, समर्थगुरु रामदास से लेकर स्वामी विवेकानंद, मदनमोहन मालवीय तक कितने ही ऋषियों और आचार्यों का संबंध काशी की पवित्र धरती से रहा है.
कालांतर में आतताइयों की नजर हमेशा काशी पर रही है- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि कालांतर में आतताइयों की नजर हमेशा काशी पर रही है. लेकिन यहां अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं.अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं. अंग्रेजों के दौर में भी, वारेन हेस्टिंग का क्या हश्र काशी के लोगों ने किया था, ये तो काशी के लोग जानते ही हैं. उन्होंने कहा कि आतातायियों ने इस नगरी पर कई बार आक्रमण किए। इसे ध्वस्त करने के प्रयास किए. औरंगजेब के अत्याचार, उसके आतंक का इतिहास साक्षी है. उसने सभ्यता को तलवार के बल पर बदलने का प्रयास किया। इसने संस्कृति को कट्टरता से कुचलने की कोशिश की. लेकिन इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से कुछ अलग है.
मंदिर परिसर में 50 से 75 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आप यहां जब भी आएंगे तो आपको केवल आस्था के दर्शन नहीं होंगे, आपको यहां अपने अतीत के गौरव का भी अहसास होगा. कैसे प्राचीनता और नवीनता एक साथ सजीव हो रही हैं, कैसे पुरातन की प्रेरणाएं भविष्य को दिशा दे रही हैं, इसके साक्षात दर्शन विश्वनाथ धाम परिसर में हम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि विश्वनाथ धाम का ये नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है, ये हमारे भारत की सनातन संस्कृति का प्रतीक है, हमारी आध्यात्मिक आत्मा का. ये प्रतीक है, भारत की प्राचीनता का, परम्पराओं का. भारत की ऊर्जा की गतिशीलता का. पहले यहां जो मंदिर क्षेत्र केवल तीन हजार वर्ग फीट में था, वो अब करीब 5 लाख वर्ग फीट का हो चुका है. अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं यानि पहले मां गंगा का दर्शन-स्नान और वहां से सीधे विश्वनाथ धाम.
भव्य धाम भक्तों को अतीत के गौरव का एहसास कराएगा: पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने शुभ मुहुर्त मे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन कर दिया है. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि ये भव्य धाम भक्तों को अतीत के गौरव का एहसास कराएगा. पीएम मोदी ने कहा कि अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50-60 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं. इससे पहले उन्होंने कहा कि अभी मैं बाबा के साथ साथ नगर कोतवाल कालभैरव जी के दर्शन करके भी आ रहा हूं, देशवासियों के लिए उनका आशीर्वाद लेकर आ रहा हूं. काशी में कुछ भी खास हो, कुछ भी नया हो, उनसे पूछना आवश्यक है. मैं काशी के कोतवाल के चरणों में भी प्रणाम करता हूं.
आज काशी का हर वासी खुश है: सीएम योगी
इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक हजार वर्ष तक बाबा विश्वनाथ का धाम विपरित परिस्थितियों में रहा. उन्होंने कहा कि हजारों वर्षों के इंतजार के बाद ऐसा कहा जाता रहा है कि मां गंगा या तो भगीरथ की जटाओं में उलझी या फिर काशी के मणिकर्णिका घाट पर उलझी रही, लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से आज हमको ये उपहार मिला है. काशी ने बहुत कुछ देखा है, एक हजार साल बाबा का धाम विपरित हालात में रहा. इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होलकर ने यहां के लिए योगदान करा। महाराजा रणजीत सिंह ने भी योगदान दिया लेकिन काशी अपने परिकल्पित स्वरूप में कभी नहीं आ पाई। योगी ने कहा कि काशी में बाबा विश्वनाथ के धाम का पुनर्निर्माण आयोध्या के मंदिर निर्माण का ही हिस्सा है, हम सबका सौभाग्य है कि बाबा विश्वनाथ आज नए स्वरूप में आ गए हैं. महात्मा गांधी जी सौ वर्ष पहले इन काशी की गलियों की गंदगी देखकर अप्रसन्न हुए थे, सरकारें आईं गयी, लेकिन इन काशी की गलियों का सौंदर्यीकरण अब पीएम द्वारा पूरा किया गया. गांधी के नाम पर बहुतों ने सत्ता प्राप्त की, लेकिन वाराणसी को स्वच्छ करने का सपना हम सब ने साकार किया है.
सफाई कर्मचारियों पर पुष्पवर्षा कर किया सम्मानित
काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अनुष्ठान के बाद पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम परिसर के दर्जनों सफाई कर्मचारियों पर पुष्पवर्षा की. पीएम मोदी घूम-घूमकर सफाई कर्मचारियों के पास गए. पीएम मोदी ने यहां पर सफाई कर्मचारियों के साथ फोटो खिंचवाई.
पूरे परिसर का लिया जायजा
काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद पीएम मोदी ने पूरे परिसर का जायजा लिया. उन्होंने नए निर्माण को देखा पूरे परिसर में घूमे.
काफिला रोकर पीएम मोदी ने अभिवादन स्वीकार किया
पीएम मोदी जब खिड़किया घाट से ललिता घाट जा रहे थे तो पूरे रास्ते में लोग उनपर पुष्प वर्षा हो रही थी. इस दौरान कुछ लोग माला लेकर पीएम मोदी का इंतजार कर रहे थे. उन्हें देखकर पीएम मोदी ने अपनी कार रुकवाई. इसके बाद एक बुजुर्ग व्यक्ति ने पीएम मोदी को माला पहनाई.
#WATCH | Locals gave a rousing welcome to PM Narendra Modi, showering flower petals and raising slogans of 'Modi, Modi' & 'Har Har Mahadev' in his parliamentary constituency Varanasi
The PM is on a two-day visit to the city to inaugurate Kashi Vishwanath Corridor project pic.twitter.com/155VrYjEpT
— ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021
गंगा में PM मोदी ने लगाई डुबकी
पीएम मोदी थोड़ी ही देर पहले ललिता घाट पहुंचे हैं. यहां पर उन्होंने लोगों का अभिवादन स्वीकार किया. इसके बाद पीएम मोदी ने गेरुआ वस्त्र धारण कर मां गंगा में डुबकी लगाई. गंगा की लहरों के बीच पीएम मोदी लंबे समय तक रहे. उन्होंने स्नान करने के बाद पूजन और ध्यान किया. इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे. पूरा घाट एसपीजी के हवाले है.
PM Narendra Modi takes holy dip in River Ganga at Varanasi pic.twitter.com/yGK9YRTCrO
— ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021
पीएम मोदी ललिता घाट के लिए निकले
खिड़किया घाट पर भ्रमण करके बाद पीएम मोदी और सीएम योगी रो-रो बोट के जरिए ललिता घाट के लिए रवाना हुए. गंगा नदी के दोनों किनारों पर लोगों की भीड़ देखी गई है. पीएम मोदी ने हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया.
PM मोदी खिड़किया घाट पहुंचे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काल भैरव मंदिर से खिड़किया घाट पहुंचे गए हैं. यहां पर उनके साथ सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद हैं. खिड़किया घाट को हाल में मनोरम घाट के रूप में विकसित करा गया है. यहां पर पीएम मोदी और सीएम योगी ने गंगा तट का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने पूरे तट का भ्रमण किया. यहां से पीएम मोदी सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ ललिता घाट के लिए निकलेंगे.
दोनों हाथों से PM ने किया अभिवादन
पीएम नरेंद्र मोदी जब काल भैरव मंदिर से गंगा घाट की ओर निकले तो उस दौरान पीएम से कई लोगों ने उनसे मिलने और रुकने की इच्छा जताई. पीएम ने दोनों हाथ उठाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया.
#WATCH | People greet Prime Minister Narendra Modi in his parliamentary constituency Varanasi, Uttar Pradesh
(Source: DD) pic.twitter.com/mQkmpdSZ5Z
— ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021
कालभैरव मंदिर पहुंचे पीएम मोदी
वाराणसी पहुंचने के साथ ही पीएम मोदी ने काल भैरव मंदिर के दर्शन किए. काल भैरव मंदिर में पीएम मोदी ने पूजा अर्चना की. इस दौरान यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचे रहे हैं और पीएम की एक झलक पाना चाह रहे हैं. पीएम मोदी ने इन्हें निराश नहीं किया. पूजा करने के बाद पीएम मोदी मंदिर बाहर निकले और हाथ जोड़कर इनका अभिवादन स्वीकार किया.
Prime Minister Narendra Modi offers prayers at Kaal Bhiarav temple on his arrival in Varanasi pic.twitter.com/zhtzGAkRaz
— ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021
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